वीडियो क्रांफ्रेंसिग जरिए इलाज में जिले को मिला पहला स्थान

जनपद के सुदूर क्षेत्रों के गरीब मरीज भी अब विडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से टाप के चिकित्सकों से परामर्श पा रहे हैं। अब करीब नौ हजार लोग इस अभियान में शामिल हुए है जिनमें से 17 सौ लोग स्वस्थ्य जीवन का लाभ उठा रहे हैं। निश्शुल्क इलाज की यह नवीनतम तकनीक जनपद के गरीब मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Feb 2020 06:06 PM (IST) Updated:Mon, 10 Feb 2020 06:06 PM (IST)
वीडियो क्रांफ्रेंसिग जरिए इलाज 
में जिले को मिला पहला स्थान
वीडियो क्रांफ्रेंसिग जरिए इलाज में जिले को मिला पहला स्थान

मनोज द्विवेदी, मीरजापुर :

जनपद के सुदूर क्षेत्रों के गरीब मरीज भी अब वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से टाप के चिकित्सकों से परामर्श पा रहे हैं। अब करीब नौ हजार लोग इस अभियान में शामिल हुए है जिनमें से 17 सौ लोग स्वास्थ जीवन का लाभ उठा रहे हैं। निश्शुल्क इलाज की यह नवीनतम तकनीक जनपद के गरीब मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है।

जनपद में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से 8878 लोगों का गंभीर इलाज अब संभव हो गया है। जिनमें 17 सौ मरीज पूर्णत: स्वस्थ होकर अपनी जिदगी जी रहे हैं। जनवरी के रिपोर्ट कार्ड मे अपोलो मेडिसिन के तहत सबसे ज्यादा रोगियों का इलाज करने मे मीरजापुर को प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। इसके तहत जिले के कुल सात सेंटर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों मे संचालित किए गए जा रहे हैं। रोगियों को इलाज मिलने लगा है। जिले के लालगंज, मड़िहान, राजगढ़, अहरौरा, चुनार, जमालपुर, कछवां आदि स्थानों पर सेंटर संचालित किए जा रहे हैं जिसमें अपोलो हास्पिटल हैदराबाद के चिकित्सकों द्वारा ऑनलाइन बातकर रोगियों का इलाज किया जा रहा है इससे मीरजापुर के गरीब लोगों को भी निश्शुल्क उपचार मिलने लगा है।

यह इलाज है संभव

टेली मेडिसीन के माध्यम से सामान्य बीमारियों के अलावा हृदय रोग, न्यूरो, बाल रोग, महिला रोग, हड्डी रोग, त्वचा संबंधी बीमारियों का इलाज संभव है। इस तकनीक से दूर बैठे लोग फिजियोथैरपी का भी लाभ उठा सकते हैं। जिला कार्डिनेटर अरुण कुमार मौर्य ने बताया कि टेली मेडिसीन के माध्यम से हर जरूरतमंद को ठीक करने का अभियान चल रहा है।

कैसे मिल रहा है लाभ

बच्चेदानी की गंभीर बीमारी से जूझ रही महिला अनीता ने बताया कि वे प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ तक से इलाज कराकर थक चुकी थीं। इलाज में लाखों रुपये बर्बाद होने के बाद भी वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाईं। इसी दौरान निराशा की हालत में उन्हें टेली मेडिसीन का सहारा मिला। सामान्य बचाव व दवाओं की वजह से उनके स्वास्थ्य में बेहतर सुधार आया है।

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वर्जन

टेली मेडिसीन के तहत अच्छे निजी संस्थानों से करार किया गया है, जहां के विशेषज्ञ चिकित्सक वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मरीजों का निदान कर रहे हैं।

-डा. ओपी तिवारी, सीएमओ, मीरजापुर

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