कोरोना की तीसरी लहर सिर पर, लापरवाही पर उठे सवाल
जागरण संवाददाता मीरजापुर कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर घोर लापरवाही
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। इससे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
संभावित तीसरी लहर में बच्चों के इलाज के लिए बनाया जा रहा पीकू चिकित्सालय अभी बनकर तैयार नहीं हो सका है। तीसरी लहर आने में कुछ ही दिन बाकी है। यदि चिकित्सकीय तैयारी मुकम्मल नहीं हुई तो तो बच्चों का इलाज भी दूसरी लहर की तरह ही भगवान भरोसे रहेगा।
तीसरी लहर के दौरान बच्चों के कोरोना की चपेट में आने की आशंका जताई गई है। इसको देखते हुए शासन ने पहले से ही सारी तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है। मंडलीय चिकित्सालय परिसर में सौ बेड का पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट ) चिकित्सालय बनाया जाना है। इसमें सभी बेड ऑक्सीजन युक्त होंगे, जिससे प्रभावित होने वाले किसी मरीज को ऑक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
वेंटिलेटर की सुविधा भी रहेगी ताकि किसी मरीज की हालत गंभीर हुई तो उसे आईसीयू में भर्ती किया जा सके। इसके लिए तैयारियां दो महीने पहले से की जा रही है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य भी निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा ले चुके हैं, लेकिन अभी तक अस्पताल बनकर तैयार नहीं हो पाया है। डब्यूएचओ की बात मानें तो तीसरी लहर के आने में महज कुछ दिन बाकी है। चिकित्सालय तैयार न होने के पीछे उपकरण नहीं आना बताया जा रहा है। कहा जा रहा है बेड, आक्सीजन पाइप आदि सामान अभी 50 प्रतिशत ही आए हैं। इससे चिकित्सालय तैयार करने में थोड़ी दिक्कत आ रही है। ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार
सौ बेड के पीकू चिकित्सालय को ऑक्सीजन मुहैया कराने के लिए परिसर में दूसरा ऑक्सीजन प्लांट बैठा लिया गया है। इस प्लांट से 35 बेड के मरीज को ऑक्सीजन मुहैया कराया जाएगा। शेष बेड को ऑक्सीजन परिसर में ही लगे पहले प्लांट से दिए जाएंगे। पीकू चिकित्सालय को तैयार करने का प्रयास जारी है। कुछ उपकरण अभी आने बाकी हैं। ये उपकरण आते ही तैयारी पूरी हो जाएगी। फिलहाल 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
डा. पीडी गुप्ता
मुख्य चिकित्साधिकारी