कोरोना और आचार संहिता नियमों का उल्लंघन, हर कोई दिखा बेखौफ

जागरण संवाददाता मीरजापुर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान मंगलवार को किसी स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 10:04 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 10:04 PM (IST)
कोरोना और आचार संहिता नियमों का उल्लंघन, हर कोई दिखा बेखौफ
कोरोना और आचार संहिता नियमों का उल्लंघन, हर कोई दिखा बेखौफ

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान मंगलवार को किसी संभावित प्रत्याशी ने कोरोना और आचार संहिता के नियमों का पालन नहीं किया। इसके चलते दिनभर नियमों का उल्लंघन होता रहा। पुलिस भीड़ को नियंत्रण करने, कोरोना और आचार संहिता के नियमों का पालन कराने के लिए जद्दोजहद करती रही, लेकिन किसी ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। सभी प्रत्याशी व समर्थक अपने कार्य करने में लगे रहे।

कलेक्ट्रेट परिसर में जिला पंचायत सदस्यों के नामांकन करने के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। न तो कहीं बैरिकेडिग की गई थी और न ही वहां पर्याप्त मात्रा में फोर्स लगाई गई थी। इसके चलते मंगलवार की सुबह जब नामांकन शुरू हुआ तो भारी संख्या में संभावित प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। दोपहर तक ऐसी स्थिति हो गई कि वहां पैर रखने तक की जगह नहीं थी। यह देख पुलिस कर्मी भीड़ को हटाने में प्रयास करते रहे, लेकिन वे हटने के लिए तैयार नहीं थे। इसी बीच सत्तादल के लोग भी पहुंच गए जिनको देख पुलिस शांत हो गई। इसका फायदा उठाते हुए अन्य लोग भी कलेक्ट्रेट में पहुंच गए। जैसे ही सत्तादल के लोग वहां से हटे, पुलिस एक बार फिर भीड़ को हटाने में जुट गई, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली। अंदर आने को लेकर कई बार पुलिस व कुछ प्रत्याशियों के बीच नोकझोंक भी हुई जिसे पुलिस ने अनसुना कर दिया। इसके कारण मामला शांत हो गया।

एडीएम न्यायालय से उनके आफिस नामांकन करने वालों की लगी लाइन

जिला पंचायत सदस्य के लिए नामांकन करने के लिए भारी संख्या में संभावित प्रत्याशियों के पहुंचने के कारण एडीएम के न्यायालय से लेकर उनके कार्यालय तक लाइन लग गई। धूप से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं करने पर संभावित प्रत्याशी आक्रोशित हो गए और वे हंगामा करने लगे। कहा कि इतनी देर तक धूप में खड़ा करेंगे तेा उनकी तबीयत खराब हो सकती है। ऐसे में प्रशासन को यहां एक टेंट लगाना चाहिए था। ढोल-तासा नहीं डीजे लेकर आना चाहिए

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान संभावित प्रत्याशी आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए ढोल-तासा लेकर पहुंचा तो कोई कलेक्ट्रेट में खुलेआम नारेबाजी करता दिखा। यह देख पुलिस ने जब उनको रोका तो वे शांत हुए। इसी बीच किसी ने कहा कि हम बोले थे कि ढोल-तासा बजाने पर पुलिस रोक लगा देगी इसलिए डीजे लेकर चलो जिसे आराम से बजाया जाएगा।

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