2.17 लाख की लागत के एफएसटीपी का निर्माण पूरा, लोकार्पण का इंतजार

जागरण संवाददाता चुनार (मीरजापुर) नगर पालिका क्षेत्र में एफएसटीपी (अपशिष्ट शोधन संयंत्र) क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:03 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:03 PM (IST)
2.17 लाख की लागत के एफएसटीपी का निर्माण पूरा, 
लोकार्पण का इंतजार
2.17 लाख की लागत के एफएसटीपी का निर्माण पूरा, लोकार्पण का इंतजार

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : नगर पालिका क्षेत्र में एफएसटीपी (अपशिष्ट शोधन संयंत्र) का निर्माण कार्य व सफल ट्रायल पूरा हो चुका है। नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा के तहत जल निगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने 2.17 करोड़ की लागत से तैयार एफएसटीपी नगर पालिका क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और अब इसके लोकार्पण का इंतजार है।

दस हजार लीटर प्रतिदिन शोधन क्षमता वाले इस प्लांट के चालू होने के बाद जैविक खाद बनाई जाएगी। नगर पालिका अध्यक्ष मंसूर अहमद ने बताया कि पूर्व में नगर को स्वच्छ सर्वे में बेस्ट गंगा टाउन का अवार्ड मिल चुका है। कहा कि स्वच्छता के महत्वपूर्ण मापदंडों में से फिकल ट्रीटमेंट प्लांट एक महत्वपूर्ण घटक है।

क्षेत्र के दुर्गाजी मोड़ के पास स्थापित किए गए प्लांट में नगर से निकलने वाले मल का विज्ञानी तरीके से निपटान किया जाएगा। इसके लिए यहां 56 वर्गमीटर के नौ पीडीबी (प्लांटेड ड्राइंग बेड) बनाए गए हैं। इसमें स्लज मलबा से पानी और स्लज को अलग किया जाएगा। इसके बाद इसे आईएसएएफ (इंटीग्रेटेड सेटलर एंड एनएरोबिक फिल्टर) द्वारा इसे कंपोस्ट बनाया जाएगा। सूखा मलबे और कार्बनिक अपशिष्ट मिलाकर खाद तैयार कराई जाएगी।

- प्लांट के संचालन से नगर क्षेत्र को स्वच्छ रखने में मिलेगी मदद

अपशिष्ट शोधन संयंत्र के बनने के बाद अब चुनार नगर को साफ और स्वच्छ रखने में बड़ी मदद मिलेगी। इसके निर्माण की शुरुआत नंवबर 2019 में हुई थी। प्रोजेक्ट के नालेज पार्टनर सेंटर फार साइंस एंड इनवायरमेंट के इंजीनियर मनीष मिश्रा ने बताया कि इस एफएसटीपी प्लांट का सफल ट्रायल हो चुका है। यह प्लांट घरों में बने सेप्टिक टैंक के स्लज को ट्रीट कर सॉलिड और लिक्विड को अलग करता है। जिसके बाद बचे सॉलिड वेस्ट का इस्तेमाल खाद के रूप में किया जाएगा। यदि पूरी क्षमता से प्लांट का संचालन हुआ तो अनुमानत: 70 टन कंपोस्ट प्रति वर्ष तैयार होगा। - साफ्ट इंजीनियरिग के लिए नगर पालिका को मिले हैं 50 लाख

संचालित करने के लिए साफ्ट इंजीनयिग और रखरखाव तथा जागरूकता अभियान आदि के लिए नगर पालिका परिषद को 50 लाख रुपये नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा द्वारा आवंटित किए गए हैं। जिसमें पहली किश्त के रूप में 15.47 लाख रुपये भेजे जा चुके हैं। इस धनराशि से नगर पालिका को एक हजार लीटर का वाहन युक्त टैंकर की खरीद समेत उसके पांच वर्षों के ईंधन रखरखाव, चालक व हेल्पर का खर्च भी शामिल है।

मनीष मिश्रा, इंजीनियर सीएसई।

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