किसानों में बीज वितरित कर बताए खेती के गुर

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर भरतपुर-राजस्थान के निदेशक डा. पीके राय के सहयोग से कैलहट में 50 किसानों को गिरीराज प्रजाति का सरसों का बीज दिया गया। क्षेत्र के जलालपुर बगही शिवराजपुर लूसा तेंदुआंकला खम्हवा जमती कैलहट आदि गांवों के 50 किसानों को 50 एकड़ की खेती के लिए 75 किलो का बीज दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 04:22 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:22 PM (IST)
किसानों में बीज वितरित कर बताए खेती के गुर
किसानों में बीज वितरित कर बताए खेती के गुर

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सरसों अनुसंधान निदेशालय, सेवर, भरतपुर-राजस्थान के निदेशक डा. पीके राय के सहयोग से कैलहट में 50 किसानों को गिरीराज प्रजाति का सरसों का बीज दिया गया। क्षेत्र के जलालपुर, बगही, शिवराजपुर, लूसा, तेंदुआंकला, खम्हवा जमती, कैलहट आदि गांवों के 50 किसानों को 50 एकड़ की खेती के लिए 75 किलो का बीज दिया गया।

किसानों को बताया गया कि ट्राइकोडर्मा जीवाणुनाशक से 10 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से बीजोपचार करें तथा डीएपी की बजाए एसएसपी (सुपर) खाद (उर्वरक) का उपयोग करें। टीम लीडर, बेयर बेटर लाइफ फार्मिंग के मनीष ने किसानों को बीज शोधन व कीटनाशक दवाओं के बारे में बताते हुए कहा कि बोआई का सही समय 25 अक्टूबर तक है। इसमें 10 गांवों के किसानों ने भागीदारी किया। वहीं, डा. गोविद नरायन सिंह ने किसानों को जैविक खेती करने के लिए जागरूक किया।

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