--मंडलीय अस्पताल की दोनों एक्सरे मशीन खराब, मरीज परेशान

जागररण संवाददाता मीरजापुर मंडलीय चिकित्सालय में लगी एक्सरे की दोनों मशीनें पिछले दो मह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 06:23 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 06:23 PM (IST)
--मंडलीय अस्पताल की दोनों एक्सरे मशीन खराब, मरीज परेशान
--मंडलीय अस्पताल की दोनों एक्सरे मशीन खराब, मरीज परेशान

जागररण संवाददाता, मीरजापुर :

मंडलीय चिकित्सालय में लगी एक्सरे की दोनों मशीनें पिछले दो महीने से खराब है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीज प्रतिदिन मरीज निजी पैथालाजी केंद्रों में सैंकड़ों रुपये खर्च करके एक्सरे कराने को मजबूर है। हालांकि चिकित्सालय प्रशासन की ओर से मशीन बनाने के लिए कंपनी को इंजीनियर भेजने के लिए बोला गया हैं, लेकिन अभी तक इंजीनियर न आने से मशीनें नहीं बन पाई है। जांच व अल्ट्रासाउंड भी नहीं हो रहा है।

मंडलीय चिकित्सालय में प्रतिदिन दो हजार के लगभग मरीज अपना इलाज कराने आते हैं। ऐसे में लगभग सौ मरीजों को डाक्टर एक्सरे कराने की सलाह देते है। इनका डिजीटल व नार्मल मशीन से एक्सरे किया जाता है। इससे मरीजों का फ्री में एक्सरे हो जाता हैं और उनको रुपये भी खर्च नहीं करने पड़ते हैं, लेकिन चिकित्सालय में पिछले कई महीनों से एक्सरे की दोनों मशीनें खराब होने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज निजी पैथालॉजी में जाकर सैंकड़ों रुपये खर्च कर रहे है। अल्ट्रासाउंड भी बाहर से करा रहे हैं। जबकि अब अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड करने की सुविधा उपलब्ध हो गई हैं। रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सक आ गए है। यही नहीं पैथालॉजी में भी कई रोगों की जांच नहीं हो रही है, जबकि चिकित्सालय के बोर्ड पर डेढ़ सौ रोगों की जांच करने का लिस्ट लगाया गया है।

बोले मरीज

लालगंज निवासी रामलखन नामक मरीज ने बताया कि अस्पताल में सीबीसी, मलेरिया, पीलिया की जांच नहीं हो रही है। किडनी आदि की जांचें भी नहीं किए जा रहे। वहीं नगर निवासी सुनीता ने बताया कि थाईराइड की जांच भी नहीं हो रही है। ऐसे में उनको बाहर से जांच कराना पड़ रहा है। मरीजों ने कहा कि शासन भले ही मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा कर रहा हैं, लेकिन हकीकत में कोई सुविधा नहीं मिल रही है। अस्पताल में न जांच हो रही है न एक्सरे और अल्ट्रासाउंउ किया जा रहा है। दवां भी कुछ ही मिल रही है। ऐसे में उनको बाहर का सहारा लेना पड़ रहा है। वर्जन

एक्सरे की दोनों मशीनें कुछ दिनों से खराब थी। जनरल मशीन को बनाने के लिए इंजीनियर आ गए है। डिजीटल मशीन को बनाने के लिए कुछ दिन बाद इंजीनियर आएंगे। जहां तक जांच की बात है तो अधिकांश जांचें हो रही है। जो नहीं हो रही उसकी मशीनें खराब है। उसे भी बनवाने के लिए निर्देश दिया गया है।

आलोक कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक मंडलीय चिकित्सालय।

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