भाजपा बूथ प्रभारी की पुलिस उत्पीड़न से मौत

जिगना थाना क्षेत्र के रन्नोपट्टी निवासी एवं बीजेपी नेता कन्हैयालाल (60) की पुलिस उत्पीड़न से मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। जिसको लेकर बीजेपी नेताओं में नाराजगी है। परिवार के लोगों ने एक दारोगा और दो सिपाही पर कन्हैयालाल से किचन और शौचालय साफ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:13 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 08:13 PM (IST)
भाजपा बूथ प्रभारी की 
पुलिस उत्पीड़न से मौत
भाजपा बूथ प्रभारी की पुलिस उत्पीड़न से मौत

जागरण संवाददाता, जिगना (मीर•ापुर) : थाना क्षेत्र के रन्नोपट्टी निवासी एवं भाजपा नेता कन्हैयालाल (60) की पुलिस उत्पीड़न से मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। इसको लेकर भाजपा नेताओं में भी खासी नाराजगी है। परिवार के लोगों ने एक दारोगा व दो सिपाही पर कन्हैया लाल से किचन व शौचालय साफ कराने के चलते सदमे में आने की वजह से मौत होने का आरोप लगाते हुए संबंधित पर कार्रवाई की मांग की। बड़े बेटे राजीव कुमार ने बताया कि उनके पिता कन्हैया लाल रेलवे में की-मैन के पद पर तैनात थे, लेकिन बीच में बीआरएस लेकर उसे नौकरी दे दी। इसके बाद भाजपा से जुड़ गए और वह रन्नोपटटी गांव के बूथ प्रभारी थे। उनका गांव के ही तीन लोगों से एक जमीन में पशु बांधने का विवाद चल रहा था। पड़ोसी जबरन उनकी जमीन में पशु बांध रहे थे, जिसका वे विरोध कर रहे थे। इसी बात को लेकर अक्सर विवाद होता रहता था। इसका निस्तारण कराने के लिए पुलिस के उच्चाधिकारियों से मांग की गई तो उन्होंने थाना प्रभारी को मामला सुलझाने का निर्देश दिया। पुलिस 28 जुलाई को कन्हैया लाल व दूसरे पक्ष को थाने बुलाकर ले गई थी। कुछ ही देर में दूसरे पक्ष को छोड़ दिया जबकि पिता कन्हैया लाल को थाने में ही बैठाए रखा गया। इस दौरान उनके साथ अभद्र व्यवहार हुआ। परिजनों का आरोप है कि कन्हैया लाल से बरामदा, किचन व शौचालय साफ कराया, जो उन्हें काफी बुरा लगा और वे सदमे में चले गए। 29 जुलाई को तबीयत खराब होने पर उन्हें प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां मौत हो गई। मरने से पहले उन्होंने एक वीडियो बनाकर पुलिस उत्पीड़न का सच बयां कर दिया था। इसमें उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत की गई तो उन्होंने आरोपी दारोगा पर कार्रवाई करने की बात कही, लेकिन उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की बजाय अधिकारियों ने दारोगा को मलाईदार थाने पर तैनात कर दिया।

वर्जन

कन्हैया लाल से किचन, शौचालय व बरामदे की सफाई नहीं कराई गई। पट्टीदार के साथ उनका जमीन विवाद चल रहा था। इस मामले में दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया था। इनकी मौत बीमारी के चलते हुई है। हालांकि आरोपित दारोगा को लाइन हाजिर किया जा चुका है।

- डा. धर्मवीर सिंह पुलिस अधीक्षक

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