कृषि वैज्ञानिकों ने जैविक खाद के प्रयोग की दी सलाह

विकास खंड स्तरीय रबी कृषि गोष्ठी का आयोजन बुधवार को ब्लाक सभागार में किया गया। जिसमें बरकछा साउथ कैंपस बीएचयू से आए कृषि वैज्ञानिक एसएन सिंह ने किसानों को खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने और पैदावार में वृद्धि के लिए जैविक खाद डालने की सलाह दी। उन्होंने वेस्ट कंपोजर दवा का खेत में छिड़काव कर पौध अवशेष अथवा पराली को खेत में ही सड़ाने पर जोर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 07:06 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 07:06 PM (IST)
कृषि वैज्ञानिकों ने जैविक 
खाद के प्रयोग की दी सलाह
कृषि वैज्ञानिकों ने जैविक खाद के प्रयोग की दी सलाह

जागरण संवाददाता, जमालपुर (मीरजापुर) : विकास खंड स्तरीय रबी कृषि गोष्ठी का आयोजन बुधवार को ब्लाक सभागार में किया गया। जिसमें बरकछा साउथ कैंपस बीएचयू से आए कृषि वैज्ञानिक एसएन सिंह ने किसानों को खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने और पैदावार में वृद्धि के लिए जैविक खाद डालने की सलाह दी। उन्होंने वेस्ट कंपोजर दवा का खेत में छिड़काव कर पौध अवशेष अथवा पराली को खेत में ही सड़ाने पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि पराली जलाने से खेतों के कई मित्र कीट मर जाते हैं और प्रदूषण बढ़ता है। किसानों का आह्वान किया कि प्रति वर्ष बीज बदल कर बुवाई करें जिससे 15 से 20 फीसद अधिक पैदावार हासिल की जा सके। उन्होंने परंपरागत खेती के स्थान पर अधिक मुनाफा प्राप्त करने के लिए औषधीय खेती करने पर जोर दिया। बीमा लाभ न मिलने पर कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर पर फोन करने की सलाह दी और कहा कि 24 घंटे के भीतर समस्या का समाधान किया जाता है। मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख बृजमोहन ने कहा कि गेहूं की बुवाई करने से पहले किसान भूमि शोधन और बीज का शोधन कर ही बुवाई करे। खेतों में उर्वरक के स्थान पर बर्मी कंपोस्ट का प्रयोग करने की सलाह दिया। इस दौरान प्रवीण कुमार पांडेय, रामबली सिंह, मोतीलाल सिंह, जटाशंकर पांडेय, दीपू सिंह, विजय सिंह, अनिल सिंह, अमरनाथ सिंह, सतीश सिंह, श्यामसुंदर दुबे आदि थे। अध्यक्षता भाजपा मंडल अध्यक्ष नरसिंह चौहान एवं संचालन फणींद्रनाथ श्रीवास्तव ने किया।

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