वकीलों ने किया प्रदर्शन
यूपी बार काउंसिल के आह्वान पर चुनार तहसील के अधिवक्ता सोमवार को हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं ने बांह पर लाल फीता बांध कर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए पूरे तहसील परिसर का चक्रमण किया। अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह ने कहा कि यूपी बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ता हितों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है।
जासं, चुनार (मीरजापुर) : यूपी बार काउंसिल के आह्वान पर चुनार तहसील के अधिवक्ता सोमवार को हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं ने बांह पर लाल फीता बांध कर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए पूरे तहसील परिसर का चक्रमण किया। अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह ने कहा कि यूपी बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ता हितों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है।
सरकार को अधिवक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए हमारी मांगें माननी होंगी। अधिवक्ताओं की मुख्य मांग थी कि बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश द्वारा जारी किए गए सीओपी कार्ड ही मान्य होंगे। इसके साथ अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि डेढ़ लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख की जाए। साथ ही एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने तथा अधिवक्ताओं के मृतक आश्रितों को प्रति माह पांच हजार रुपये पेंशन दिए जाने की मांग की। प्रदेश में अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों और उन मामलों में ठोस कार्रवाई न किए जाने के चलते भी अधिवक्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की। विरोध प्रदर्शन के दौरान महामंत्री विनोद यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, गजेंद्र नारायण सिंह, अनिल सिंह, मटरू सिंह, दिनेश सिहं, रामअनुग्रह पांडेय आदि थे।