मिलावटी देसी शराब रैकेट का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार

मिलावटी देशी शराब रैकेट का भंडाफोड़ एक गिरफ्तार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 08:29 PM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 11:42 PM (IST)
मिलावटी देसी शराब रैकेट का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार
मिलावटी देसी शराब रैकेट का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में जानलेवा नकली देसी शराब रैकेट का भंडाफोड करते हुए पुलिस ने भारी मात्रा में शराब व नकली शराब बनाने का केमिकल बरामद किया है। छापेमारी के दौरान दो शराब तस्कर भागने में कामयाब रहे लेकिन वाहन का चालक पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर मामले का पर्दाफाश किया व इस काम में शामिल पुलिस टीम को नगद पुरस्कार की घोषणा की।

पड़री थानाक्षेत्र में नकली देसी शराब तस्करों का रैकेट सक्रिय होने की जानकारी पुलिस को लगातार मिल रही थी। थाना प्रभारी पड़री मंजय सिंह ने धरातलीय जानकारी जुटाई और आबकारी टीम को बुलाकर गौरा विशेन गांव के पास चेकिग करने लगे। इसी दौरान काले रंग की टवेरा आती दिखी। पुलिस टीम को देखकर टवेरा में सवार दो तस्कर कूदकर भागने लगे, पुलिस ने पीछा किया लेकिन वे भाग निकले। टवेरा की जांच की गई तो उसमें 40 पेटी नकली देसी शराब, 250 लीटर स्प्रिट, शराब बनाने का केमिकल कैरामल, पैकिग उपकरण, खाली शीशियां, नकली रैपर बरामद किया गया। पुलिस ने चालक राजेश कुमार यादव पुत्र स्व. मूलचंद्र यादव निवासी सिविल लाइंस विसुंदरपुर को गिरफ्तार कर लिया गया। चालक की निशानदेही पर पड़री के गोपालपुर गांव में सवित पत्नी उमाशंकर के घर दबिश देकर 4700 शीशियां, फर्जी बार कोड, रैपर, केमिकल आदि बरामद किया गया। आरोपित पर आबकारी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। छापेमारी करने वाली टीम में थाना प्रभारी पड़री मंजय सिंह, आबकारी इंस्पेक्टर प्रेमचंद, राकेश मौर्य, वीर बहादुर सिंह, मेराज खान, बृजेश सिंह आदि शामिल रहे।

फरार आरोपितों पर मामला दर्ज

पड़री : पकड़े गए चालक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि भागे आरोपित विजय उर्फ विजयी निवासी सेमरा, बेलहुआ व सुमित पांडेय उर्फ चियां निवासी बरकछा कला है। सभी सबिता निवासी गोपालपुर के घर नकली शराब बनाने का काम करते हैं। असली रैपर व बार कोड लगाकर जिले के अलावा चुनार व चंदौली में सप्लाई किया जाता है। टवेरा गाड़ी गणेशगंज निवासी योगेंद्र गुप्ता की है जिन्हें लाभांस दिया जाता है। आसपास के क्षेत्र में बाइक से नकली शराब की सप्लाई तस्कर करते थे।

जानलेवा है नकली देसी शराब

मिलावटी देशी शराब को बनाने में खतरनाक कैरामल केमिकल और यूरिया का प्रयोग किया जाता है। इसके साथ ही स्प्रिट का इस्तेमाल होता है जो शरीर में जाने के बाद जहर का काम करती है। जिले में सरकारी ठेकों पर भी कई बार नकली शराब की शिकायतें मिलती हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर खानापूíत ज्यादा होती है। वहीं जनपद के ज्यादातर शराब ठेकों पर निर्धारित मूल्य से ज्यादा रेट लिया जाता है।

--------वर्जन

नकली शराब बनाने व बेचने की जानकारी पर पुलिस व आबकारी टीम ने छापेमारी कर बरामदगी की है। टीम को नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

- डा. धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक, मीरजापुर

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