आदि शंकराचार्य ने बहाई आध्यात्मिक विचारधारा

जागरण संवाददाता लालगंज (मीरजापुर) क्षेत्र का गंभीरापुर कर्मकांडी पुरोहितों के गांव में

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:16 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:16 PM (IST)
आदि शंकराचार्य ने बहाई 
आध्यात्मिक विचारधारा
आदि शंकराचार्य ने बहाई आध्यात्मिक विचारधारा

जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : क्षेत्र का गंभीरापुर कर्मकांडी पुरोहितों के गांव में आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती मनाई गई। जयंती कार्यक्रम में बोलते हुए विद्वान वक्ताओं ने कहा कि आदि शंकराचार्य वैज्ञानिक आध्यात्मिक विचारधारा की गंगा बहाई थी। उनके निर्धारित मानवीय नैतिक मूल्य समाज को सूर्य की तरह ज्ञान का प्रकाश देने का काम कर रहा है। वक्ताओं ने कहा कि भारत को आध्यात्मिक पावर उसका जागरण पैदा करने वाले आदि शंकराचार्य के विचार सनातन माननी मूल्य जीवंत किया। हनुमना (मप्र) पीजी कालेज के पूर्व प्राचार्य डा. कमला प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि समाज को एकीकरण करने के लिए इन्होंने आध्यात्मिक बौद्धिक वेदांत का सहारा लेकर नवजागरण पैदा करने का काम किया था। कर्मकांडी विद्वान गिरीश त्रिपाठी ने कहा कि शंकराचार्य ने संस्कृत का पुनर्गठित करके भारत के ज्ञान को युवाओं के साथ जोड़ने का दायित्व पूरा किया था। संस्कृत के विद्वान हरगोविद त्रिपाठी ने बताया कि शंकराचार्य के विचार सदैव प्रासंगिक रहेंगे।

chat bot
आपका साथी