भूमि अधिग्रहण किए बिना जबरन काम शुरू करने का लगाया आरोप

टेंगरा मोड़ से हनुमना बार्डर तक नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण में अधिग्रहीत की गई भूमि के स्वामी किसानों ने शुक्रवार को तहसील मुख्यालय पहुंच कर अपनी मांगों संबंधी पत्रक उपजिलधिकारी चुनार सुरेंद्र बहादुर सिंह को दिया। किसानों का आरोप है कि भूमि अधिग्रहण में भ्रामक विज्ञप्ति व पुरानी नोटिस किसानों को वितरत कराई गई। वहीं अधिग्रहीत भूमि का प्रतिकर दिए बिना कार्यदाई संस्थान दिलीप बिल्डकान द्वारा जबरन काम शुरू कराने का आरोप भी किसानों ने लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 06:49 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 10:59 PM (IST)
भूमि अधिग्रहण किए बिना जबरन  काम शुरू करने का लगाया आरोप
भूमि अधिग्रहण किए बिना जबरन काम शुरू करने का लगाया आरोप

जासं, चुनार (मीरजापुर) : टेंगरा मोड़ से हनुमना बार्डर तक नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण में अधिग्रहीत की गई भूमि के स्वामी किसानों ने शुक्रवार को तहसील मुख्यालय पहुंच कर अपनी मांगों संबंधी पत्रक उपजिलधिकारी चुनार सुरेंद्र बहादुर सिंह को दिया। किसानों का आरोप है कि भूमि अधिग्रहण में भ्रामक विज्ञप्ति व पुरानी नोटिस किसानों को वितरत कराई गई। वहीं अधिग्रहीत भूमि का प्रतिकर दिए बिना कार्यदाई संस्थान दिलीप बिल्डकान द्वारा जबरन काम शुरू कराने का आरोप भी किसानों ने लगाया।

जिला महासचिव मुन्ना चौबे के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने अपनी मांगों के संबंध में आवाज उठाते हुए कहा कि किसानों को निर्धारित सर्किल रेट के अनुसार प्रतिकर नहीं दिया जा रहा है। जबकि भूमि पंजीकरण के लिए निर्धारित सर्किल रेट चार हजार दो सौ रुपये प्रति वर्गमीटर के हिसाब से स्टांप ड्यूटी ली जाती है। कहा कि कुछ किसानों का नंबर न तो प्रकाशित हुआ न ही उन्हें नोटिस दी गई। जबकि किसानों की भूमि एनएच-7 से लगी हुई है। वहीं तीन बार प्रकाशित किए गए गजट में भी आराजी नंबरों में भिन्नता होने से किसान भ्रम की स्थिति में है। किसानों ने मांग की कि उनकी समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाए और जब तक किसानों को उचित प्रतिकर न मिल जाए और राजस्व विभाग द्वारा जब तक किसानों की भूमि चिन्हित न कराई जाए तब तब कार्यदाई संस्था द्वारा कोई निर्माण न कराया जाए। पत्रक देने वालों में शिवमूरत सिंह, श्यामनारायण यादव, राजकुमार, दयाराम, गुलाब सिंह, अमन सिंह पटेल, अनीता देवी आदि थे।

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