लेखा पर्ची की दरकार, लाचार बने शिक्षक

जागरण संवाददाता मीरजापुर बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत लगभग एक हज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 04:13 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 04:13 PM (IST)
लेखा पर्ची की दरकार, लाचार बने शिक्षक
लेखा पर्ची की दरकार, लाचार बने शिक्षक

जागरण संवाददाता, मीरजापुर :

बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत लगभग एक हजार से अधिक शिक्षकों को जीपीएफ का विवरण नहीं मिल रहा है। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक कार्यालय से अध्यापकों के वेतन से भविष्य निधि खाते में रुपये जमा कराने को कटौती की जा रही है। अब तक खाते में कितना धन जमा हुआ। इसका विवरण यानी लेखा पर्ची देने में आनाकानी हो रही है।

परिषदीय स्कूलों के एक हजार से अधिक अध्यापक पुरानी पेंशन योजना का लाभ पा रहे हैं, इनके वेतन से जीपीएफ की कटौती की जाती है। प्रति वर्ष वित्तीय वर्ष के समापन पर शिक्षक को लेखा पर्ची देना चाहिए। इससे अध्यापकों को वेतन से की गई कटौती व भविष्य निधि खाते में जमा रुपये की जानकारी मिल सके। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग में व्यवस्था बेपटरी है और मनमाने ढंग कार्य किया जा रहा है। जीपीएफ की कटौती की जा रही है लेकिन, हिसाब देने में दिलचस्पी नहीं है। इससे शिक्षक परेशान हैं और गड़बड़ी की आशंका बन रही है। वर्तमान समय में 8292 शिक्षक, 423 अनुदेशक आदि कार्यरत हैं। इसमें से लगभग दो हजार शिक्षक पुरानी पेंशन से आच्छादित हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रभु नारायण सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जय प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष अरविद कुमार त्रिपाठी, प्रवक्ता आकाश उपाध्याय ने बताया कि संघ के माध्यम से कई बार अधिकारियों से लेखा पर्ची देने का अनुरोध किया चुका है, बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। वर्जन

पिछले वर्ष तक का लेखा पर्ची शिक्षकों को दिया जा चुका है, शेष कर्मियों द्वारा तैयार किया जा रहा है। लेखा पर्ची तैयार होते ही शिक्षकों को वितरित कराया जाएगा।

- गोविद सिंह, वित्त व लेखाधिकारी बेसिक, मीरजापुर।

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