11 लाख हजम, माडल विद्यालय का सपना रह गया अधूरा

क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय देवरी कला को क्षेत्र का माड

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 05:10 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 05:10 PM (IST)
11 लाख हजम, माडल विद्यालय का सपना रह गया अधूरा
11 लाख हजम, माडल विद्यालय का सपना रह गया अधूरा

जागरण संवाददाता, मड़िहान (मीरजापुर) : क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय देवरी कला को क्षेत्र का माडल विद्यालय बनवाने के लिए शासन से 11 लाख रुपये आया था। इससे छात्र आधुनिक तरीके से डाइनिग हॉल में बैठकर भोजन कर सके तथा उच्च गुणवत्ता वाले शौचालय, पेयजल आदि की व्यवस्था भी होती रहे, लेकिन माडल विद्यालय का सपना छात्रों का अधूरा ही रह गया और सारे पैसे हजम हो चुके हैं। आरोप है कि महज टीन सेट लगा, सीमेंट के कुछ पीलर तैयार कर सारे पैसे खर्च कर लिए गए। इतना ही नहीं तीन वर्ष पूर्व कराई गई बोरिग को ही नया दिखाकर एक लाख से अधिक पैसा निकाल लिया गया।

क्षेत्र के लोगों ने यह आरोप लगाते हुए बताया कि इन दिनों क्षेत्र के विद्यालयों का कायाकल्प होने के लिए पर्याप्त मात्रा में धन आना शुरू हो गया है, लेकिन इस प्रकार से यदि धन का बंदरबांट होता रहा तो विद्यालय खंडहर ही रह जाएंगे। साथ ही मॉडल विद्यालयों के सपने भी अधूरे रह जाएंगे। क्षेत्र के का ककरद पूर्व माध्यमिक विद्यालय तथा धनसीरिया विद्यालय अपने में मॉडल का स्वरूप तैयार किए हुए हैं। जहां छात्रों के लिए बाल संवाद, झूला, खेल का मैदान, किचन गार्डन, डाइनिग हॉल, प्रोजेक्टर आदि की समुचित व्यवस्था की गई है, लेकिन अन्य विद्यालयों पर बंदरबांट के चलते अपना मूर्त रूप नहीं ले पा रहा है। पुराने शौचालय का रंग रोगन कराकर निकाले 1.50 लाख प्राथमिक विद्यालय देवरी कला का मॉडल स्कूल बनवाने के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी सुशील पटेल द्वारा खंड विकास अधिकारी पटेहरा को11 लाख रुपये सौंपा गया था। इससे कि धन का बंदरबांट न हो और बालिकाओं व दिव्यांगों के लिए शौचालय का निर्माण भी हो जाए। हालांकि पूर्व से बने शौचालय को ही रंग रोगन कर पैसा खर्च कर दिया गया। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी राम मिलन यादव ने पल्ला झाड़ते हुए बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। वहीं खंड विकास अधिकारी दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि खनिज निधि से कई चीजों के निर्माण के लिए पैसा आया है, निर्माण कार्य चल रहा है।

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