सत्यापन आदेश जारी करने में शिक्षकों से वसूली
जागरण संवाददाता मीरजापुर बेसिक शिक्षा विभाग में 69000 शिक्षक भर्ती के बाद नवनियुक्त शिक्षक
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : बेसिक शिक्षा विभाग में 69,000 शिक्षक भर्ती के बाद नवनियुक्त शिक्षकों से कार्यभार ग्रहण कराने के बाद वसूली का मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं, नवनियुक्त शिक्षकों से सत्यापन के बाद वेतन लगाने और एरियर भुगतान के नाम पर भी बीएसए कार्यालय मीरजापुर में सुविधा शुल्क लिया गया। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक डा. फतेह बहादुर सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच का निर्देश दिया है।
नवनियुक्त शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक उच्चाधिकारियों को दिया। इसमें शिकायत किया कि नवनियुक्त शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराने, सत्यापन के बाद वेतन लगाने और एरियर के लिए अवैध रूप से वसूली की गई है। शिकायतकर्ता का कहना है कि विद्यालय आवंटन के बाद खंड शिक्षा अधिकारियों ने कार्यभार ग्रहण कराने के लिए 500 से एक हजार रुपया लिया। अवशेष वेतन के एरियर के नाम पर तीन से पांच फीसद तक की धनराशि खंड शिक्षा अधिकारी नवनियुक्त शिक्षकों से ले रहे हैं। जिन अध्यापकों का सत्यापन आदेश बीएसए कार्यालय से जारी किया गया, उनसे 10 से 12 हजार रुपये तक की वसूली की गई। इन बिदुओं पर मांगा जवाब
- खंड शिक्षा अधिकारी को बीएसए कार्यालय से जारी प्रमाण पत्र कब मिला।
- वेतन बिल किस तिथि को तैयार किया गया।
- खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से कितने शिक्षकों का वेतन जारी हो रहा और कितना शेष है।
- कितने शिक्षकों का वेतन एरियर भुगतान हो चुका और कितना शेष है। वर्जन
नवनियुक्त शिक्षकों से वसूली का प्रकरण संज्ञान में आया है। संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों से तीन दिन के अंदर जांच आख्या मांगा गया है। जांच के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
- डा. फतेह बहादुर सिंह, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक।