देहरादून में 8100 गज जमीन की हिस्सेदारी में मारा गया जुबैर
जुबैर अंसारी हत्याकाड में पुलिस पर्दाफाश के करीब पहुंच चुकी थी लेकिन हाजी फतेहया
मेरठ,जेएनएन। जुबैर अंसारी हत्याकाड में पुलिस पर्दाफाश के करीब पहुंच चुकी थी लेकिन हाजी फतेहयाब के बेटे ने आत्महत्या कर विवेचना में बाधा डाल दी है। जाच में आया कि देहरादून सिद्धोवाला में 8100 गज जमीन की हिस्सेदारी में जुबैर अंसारी की हत्या की गई। पुलिस ने हत्या के शक में हाजी फतेहयाब, जब्बार और अफजाल को हिरासत में लिया था।
सोनीपत के बेग्गा गिन्नौर निवासी शहजाद चौहान, जिया अब्बास निवासी अब्दुल्लापुर और हाजी फतेहयाब ने देहरादून के सिद्धवाला में 8100 गज जमीन में कालोनी काटी थी। सभी का जमीन में 33-33 फीसद हिस्सेदारी थी। शहजाद ने अपने हिस्से की जमीन फतेहयाब को दे दी। फतेहयाब ने इसमें किठौर के ललियाना निवासी हाजी जब्बार और शास्त्रीनगर के अफजाल को भी साझीदार बनाया। शहजाद ने उसके बदले में हाजी फतेहयाब से बिलारी में जमीन और 12 लाख रुपये लिए। इसके बाद जिया अब्बास ने अपनी 33 फीसदी हिस्सेदारी में जुबैर अंसारी और फुरकान को पार्टनर बनाया। जिया अब्बास, जुबैर और फुरकान से 1.69 करोड़ में फतेहयाब जमीन को लेना चाह रहे थे। जुबैर ने देने से इन्कार किया तो विकास नगर में जुबैर और फतेहयाब में विवाद हुआ था। तब जब्बार ने मेरठ से युवकों को ले जाकर जुबैर पर हमला किया था। शास्त्रीनगर में अफजाल के आवास पर भी जुबैर पर हमला किया गया। यानी, जुबैर की हत्या से फतेहयाब, जब्बार और अफजाल को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है। पुलिस जाच में सामने आया कि जिस जमीन पर ये हिस्सेदार लड़ रहे थे, उस जमीन को देहरादून का नीरज शर्मा अपनी बता रहा था।
जावेद हत्याकाड में फतेहयाब और जब्बार पर शक
लिसाड़ीगेट में छह माह पहले हुए जावेद पहलवान हत्याकाड के अलावा जुबैर अंसारी हत्याकाड में भी शूटर एक ही थे। जावेद पहलवान भी जमीन की खरीद- फरोख्त में जब्बार, फतेहयाब तथा फुरकान से जुड़ा था। पुलिस को शक है कि जावेद हत्याकाड में भी जब्बार और फतेहयाब को बचाया गया था। पुलिस मान रही है कि फतेहयाब, फुरकान और जब्बार प्रधान ने ही जावेद पहलवान और जुबैर की हत्या कराई है।
जब्बार के बचाव में एक अफसर की सिफारिश
जावेद हत्याकाड में जब्बार, फतेहयाब और फुरकान को बचाने वाले एक अफसर का कुछ दिन पहले ही जनपद के महत्वपूर्ण पद से स्थानातरण हुआ है। यह अफसर अब भी जब्बार की पैरवी कर रहे हैं। जब्बार के बेटे नदीम का अफसर के आवास पर आना-जाना था। पुलिस का मानना है कि जावेद हत्याकाड का फर्जी पर्दाफाश किया गया। उस हत्याकाड को भी दोबारा से खोला जा रहा है।