बिजनौर में गुलदार के हमले में युवक घायल, गीदड़ भी हो रहे हमलावर

बिजनौर के बढ़ापुर क्षेत्र में गुलदार शिकार की तलाश में अक्सर जंगलों से निकलकर ग्रामीण इलाकों की ओर पहुंच जाते है। इन खेतों में गुलदार के अलावा गीदड़ भी शरण लिए रहते हैं। अक्सर गीदड़ भी अकेले व्यक्ति हमला कर देता है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:26 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 05:26 PM (IST)
बिजनौर में गुलदार के हमले में युवक घायल, गीदड़ भी हो रहे हमलावर
बिजनौर के बढ़ापुर क्षेत्र में गुलदार अक्सर जंगलों से निकलकर ग्रामीण इलाकों की ओर पहुंच जाते है।

बिजनौर, जागरण संवाददाता। बढ़ापुर क्षेत्र में एक निजी पैथोलाजी लैब से घर वापस घर लौट रहे गांव सिक्कावाला निवासी एक बाइक सवार युवक पर गुलदार ने हमला कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगीना में उपचार दिलाया गया। ग्रामीणों ने वन क्षेत्राधिकारी से मिलकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग भी की। उधर, वन विभाग का कहना है कि क्षेत्र में सभी हमले गुलदार नहीं कर रहा है, बल्कि गीदड़ भी हमलावर हुए हैं।

बढ़ापुर-टांडा साहूवाला मार्ग पर किया हमला

गांव टांडा सिक्कावाला निवासी आकाश कुमार बढ़ापुर में एक निजी पैथोलाजी लैब पर काम करता है। शनिवार की देर शाम वह लैब से घर वापस घर लौट रहा था। बढ़ापुर-टांडा साहूवाला मार्ग पर गांव कोटजुआना में गुलदार ने अचानक आकाश पर हमला कर दिया। जिससे आकाश बाइक सहित गिर गया। गुलदार ने फिर से हमला करने का प्रयास किया, लेकिन पीछे से आ रही एक अन्य बाइक को देखकर गुलदार भाग गया। आकाश की बाइक स्टार्ट नहीं हुई, तो वह दहशत से कांपता हुआ पैदल ही बाइक लेकर गांव पहुंचा और घटना की आपबीती स्वजन को बताई।

स्वजन ने गांव में ही घायल को प्राथमिक उपचार दिलाया। रविवार सुबह कई ग्रामीण साहूवाला वन रेंज पहुंचे और वन क्षेत्राधिकारी को घटना के बारे में जानकारी दी। वन क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र ङ्क्षसह रावत ने बताया कि घायल को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगीना भेजा गया है। उपचार व मेडिकल के बाद घायल को मुआवजा दिलाया जाएगा। वहीं, घटना के बाद से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। आकाश ने बताया कि चिकित्सक ने अगले दिन एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए कहा है।

अकेले व्यक्ति पर हमला बोल देता है गीदड़

बिजनौर, जागरण संवाददाता। बढ़ापुर क्षेत्र में गुलदार जंगली जानवर शिकार की तलाश में अक्सर जंगलों से निकलकर ग्रामीण इलाकों की ओर पहुंच जाते है। इस समय गन्ने की खड़ी फसल होने की वजह से जंगली जानवरों को छिपने की जगह आसानी से मिल जाती है। इन खेतों में गुलदार के अलावा गीदड़ भी शरण लिए रहते है। अक्सर गीदड़ भी अकेले व्यक्ति हमला कर देता है।

पिछले दो माह में गुलदार कई ग्रामीणों पर हमले कर चुका है। दो सप्ताह पहले गांव भोगपुर निवासी सुखचैन सिंह व भतीजे सेवक सिंह पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया था। लगभग तीन सप्ताह पहले गांव बहेड़ी में गुलदार ने जीत सिंह के डेरे पर बंधे गोवंश को निवाला बनाने का प्रयास किया था। वहीं, लगभग डेढ़ माह पहले गांव भोगपुर निवासी हरप्रीत सिंह पर बाजार से खरीदारी कर वापस लौटते समय गुलदार ने हमला कर दिया था। इस घटना के कुछ समय बाद ही वहां से गुजर रहे गांव कुआंखेड़ा निवासी गुरप्रीत व गुजन ङ्क्षसह पर भी गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया था। दो माह पहले गांव कोटजुआना में बढ़ापुर निवासी नंदू पाल की चर रही बकरियों पर गुलदार ने हमला कर दिया था। हमले से कई बकरियां जख्मी हो गई थीं। इन घटनाओं के बाद वन कर्मियों ने मौका मुआयना भी किया था। वन कर्मियों की माने, तो अक्सर गीदड़ भी अकेले व्यक्ति हमला कर देता है।

इनका कहना है

सभी हमले गुलदार नहीं कर रहा, बल्कि गीदड़ भी हमलावर हुए हैं। गांव टांडा सिक्कावाला, साहूवाला, वनविटोल, शाहनगर कुराली, लुहारवाली, मदपुरी, कुआंखेड़ा, भोगपुर, वीरभानवाला आदि गांव में जंगली जानवरों को भगाने के लिए वन विभाग की टीमें लगातार गश्त कर रही है। हाथियों को खदेडऩे के लिए आतिशबाजी की जा रही है।

-वीरेंद्र सिंह रावत, वन क्षेत्राधिकारी, साहूवाला रेंज नजीबाबाद

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