Young Achievers: ओलंपिक्स में देश की ‘ख्याति’बढ़ाना चाहती हैं मेरठ की ख्याति माथुर

मेरठ की उभरती हुई एथलीट हाई जंपर ख्याति माथुर किसी एक खेल की बजाय अलग-अलग खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पहचान बनाना चाहती हैं। तभी तो वह रफ्तार में दिमाग से प्रतिस्पर्धा करती है और छलांग में अपने हौसले को मात देती हैं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 09:30 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 10:26 AM (IST)
Young Achievers: ओलंपिक्स में देश की ‘ख्याति’बढ़ाना चाहती हैं मेरठ की ख्याति माथुर
मेरठ की एथलीट ख्याति माथुर खुद को ही अपना सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी मानती हैं।

मेरठ, [अमित तिवारी]। Young Achievers स्वयं को ही सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मानने, हर बार अपना ही रिकार्ड तोड़ने, दुनिया की बेहतरीन एथलीट बनने और ओलंपिक गेम्स में देश की ‘ख्याति’बढ़ाने जैसी छोटी-छोटी आकांक्षाओं के साथ वह हर बार अपनी छलांग भरती हैं। मेरठ की उभरती हुई एथलीट हाई जंपर ख्याति माथुर किसी एक खेल की बजाय अलग-अलग खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पहचान बनाना चाहती हैं। तभी तो वह रफ्तार में दिमाग से प्रतिस्पर्धा करती हैं, छलांग में अपने हौसले को मात देती हैं, लंबी कूद में हवा से बाते करते हुए आगे बढ़ती हैं। ख्याति की उपलब्धियां उनकी छोटी सी उम्र से ज्यादा हैं लेकिन वह यही पर आराम नहीं करना चाहती हैं। इसीलिए तो पिछले दिनों ख्याति माथुर का चयन स्पोट्र्स अथारिटी आफ इंडिया के सेंटर आफ एक्सीलेंस यानी उत्कृष्टता केंद्र में हुआ जहां उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स के साथ प्रशिक्षण का अवसर मिल रहा है।

खुद को हराकर ख्याति को मिलती है खुशी

ख्याति किसी दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने की बजाय खुद को ही अपना सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी मानती हैं। तभी तो ख्याति को अपना ही रिकार्ड तोड़ने से सबसे ज्यादा खुशी की अनुभूति होती है। ख्याति को ऊंची कूद के साथ ही लंबी कूद भी बेहद पसंद हे और वह दौड़ में भी हिस्सा लेती हैं। वर्ष 2015 में ख्याति ने उत्तर प्रदेश स्तर पर ऊंची कूद का पुराना रिकार्ड तोड़कर 1.48 मीटर ऊंची छलांग लगाकर नया रिकार्ड बनाया था। इससे साथ ही रुड़की रोड निवासी ख्याति ने वर्ष 2015 में विशाखापट्नम में हुई इंटर-डिस्ट्रिक्ट नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 1.44 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता था। उसके अगले ही साल वर्ष 2016 में ख्याति ने अपना ही रिकार्ड तोड़कर 1.55 मीटर की ऊंची छलांग लगाई। इसी समय ख्याति को अपना रिकार्ड तोड़ने की खुशी महसूस हुई। इसी समय ख्याति ने नेशनल रिकार्ड भी तोड़ने का वादा किया था।

और तोड़ दिया नेशन रिकार्ड भी

नेशनल रिकार्ड तोड़ने का मौका ख्याति को वर्ष 2016 में ही मिल गया। कोयंबटूर में हुई 32वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, 2016 में ख्याति ने साल 2014 में केरल की गायत्री शिवकुमार के नाम दर्ज 1.61 के नेशनल रिकार्ड को तोड़ते हुए 1.62 मीटर की छलांग लगाकर नया नेशनल रिकार्ड बना दिया। ख्याति ने बेहतरीन टेकआफ व सटीक लैंडिंग से एथलेटिक्स के तमाम विशेषज्ञों को भी चौका दिया था। ख्याति अंडर-14 में मेरठ के लिए दर्जनों पदक जीत चुकी थी लेकिन नेशनल रिकार्ड तोड़ने वाली वह उस प्रतियोगिता में यूपी की अकेली एथलीट बनी। ख्याति के प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उस प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाली महाराष्ट्र की स्फूर्ति माने को ख्याति ने 10 सेंटीमीटर के बड़े अंतर से हराया। वर्ष 2019 में एक बार फिर ख्याति ने अपना ही नेशनल रिकार्ड तोड़कर संगरूर में 1.68 मीटर की ऊंची छलांग लगाई थी।

स्कूल कोच ने देखा था हुनर

ख्याति अपने माता-पिता को ही आदर्श व गुरु मानती हैं। स्कूल में कक्षा पांचवीं में पढ़ाई के दौरान स्कूल की खेल प्रशिक्षक श्वेता ने ख्याति के हुनर को पहचाना और खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनकी की प्रेरणा से ख्याति ने मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में एथलेटिक्स प्रशिक्षण के लिए नाम लिखाया। उनके शुरुआती कोच जयवीर सिंह ने भी ख्याति के हुनर को पहचान कर प्रशिक्षण दिया। अपनी एकाग्रता से ख्याति लगातार ट्रेनिंग से जुड़ी रही और प्रतियोगिताओं में खेलने का मौका मिलते ही प्रतिस्पर्धा में अव्वल बनती गई।

पिता बने मार्गदर्शक

ख्याति माथुर के पिता विशाल माथुर ने हमेशा ख्याति का मनोबल बढ़ाया और उनकी हर प्रतियोगिता में मार्गदर्शक बनकर साथ रहे। खेल के साथ ही पढ़ाई में भी अव्वल रही ख्याति की उपलब्धियों से माता-पिता भी गदगद रहे। ख्याति का लक्ष्य कामनवेल्थ और ओलंपिक गेम्स है जिसकी ओर वह निरंतर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हैं।

इस प्रकार हैं ख्याति की उपलब्धियां

यूपी स्टेट एथलेटिक मीट 2016 : 1.55 मीटर, ऊंची कूद

यूपी स्टेट एथलेटिक्स मीट 2015 : 1.48 मीटर, ऊंची कूद

नार्थ जोन नेशनल 2015 : स्वर्ण पदक : 1.48 मीटर, ऊंची कूद

नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप लखनऊ : स्वर्ण पदक : 1.47 मीटर, ऊंची कूद

नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप लखनऊ : स्वर्ण पदक : 4.81 मीटर, लंबी कूद

सीबीएसई क्लस्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता : स्वर्ण पदक : लंबी कूद

इंटर-डिस्ट्रिक्ट नेशनल चैंपियनशिप, विशाखापटनम : स्वर्ण पदक : 1.44 मीटर, ऊंची कूद

यह भी है उपलब्धियां

- वर्ष 2015, 2018, 2018 में प्रदेश की बेस्ट एथलीट आफ द इयर।

- प्रदेश स्तर पर वर्ष 2016, 2017, 2018 व 2020 में स्वर्ण पदक विजेता।

- राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2016, 2017, 2018 व 2020 में स्वर्ण पदक विजेता।

राष्ट्रीय रिकार्ड

- वर्ष 2016 में कायंबटूर में 1.62 मीटर की ऊंची कूद।

- वर्ष 2019 में संगरूर में 1.68 मीटर की ऊंची कूद।

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