खासी-बुखार की दवा खरीदनेपर देना होगा अपना नाम-पता

अगर आप सर्दी जुकाम बुखार व खासी की दवा खरीदने गए हैं तो मेडिकल स्टोर पर अपना फोन नंबर एवं पता लिखना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:16 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:16 AM (IST)
खासी-बुखार की दवा खरीदनेपर देना होगा अपना नाम-पता
खासी-बुखार की दवा खरीदनेपर देना होगा अपना नाम-पता

मेरठ, जेएनएन। अगर आप सर्दी, जुकाम, बुखार व खासी की दवा खरीदने गए हैं, तो मेडिकल स्टोर पर अपना फोन नंबर एवं पता लिखना होगा। जिलाधिकारी के. बालाजी ने दवा व्यापारियों, सीएमओ और औषधि निरीक्षण को संबोधित एक पत्र जारी किया है। स्टोर संचालकों को ऐसे लोगों की सूची रोजाना शाम पाच बजे तक प्रशासन के पास भेजनी होगी। उधर, दवा व्यापारियों ने इस आदेश का विरोध शुरू कर दिया है।

जिलाधिकारी के. बालाजी ने दस दवाओं की सूची जारी की है। जिसमें पैरासिटामाल-650, क्रोसिन कोल्ड व फ्लू, एजीथ्रोमाइसीन 500, सेंट्रिल डी सिरप, मोंटेक एलसी, काबीफ्लाम, फेविपिरावीर, आइवरमेक्टिन, डाक्सी व जिंक कैप्सूल को शामिल किया गया है। इन दवाओं को खरीदने वाले से उसका फोन नंबर, नाम एवं पता लिखवाया जाएगा। प्रशासन ऐसे लोगों की खोज कर रहा है, जो घर पर गुपचुप फ्लू, बुखार या खासी की दवा ले रहे हैं। सास एवं खासी के मरीजों की रिपोर्ट प्राइवेट अस्पताल व क्लीनिक संचालक रोजाना प्रशासन दे रहे हैं, लेकिन संदिग्ध मरीज बड़ी संख्या में आज भी अस्पतालों में इलाज ले रहे हैं। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने चार दिन पहले बैठक लेते हुए साफ किया था कि मेरठ काटेक्ट ट्रेसिंग में पिछड़ा रहा था। ऐसे में संदिग्ध लक्षणों वालों को सíवलास में लेना चाहिए। इसी कड़ी में जिलाधिकारी ने उक्त फरमान जारी किया है।

दवा व्यापारियों का विरोध शुरू

जिला मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसएिशन के रजनीश कौशल ने बताया कि ड्रग इंसपेक्टर पवन शाक्य ने पत्र भेज व्यापारियों को अवगत कराया है। जिसके बाद व्यापारियों ने देर शाम कहा कि इससे नई समस्या खड़ी हो जाएगी। लोग पता व फोन नंबर नहीं देंगे। झगड़ा व विवाद बढ़ेगा। महिलाएं फोन नंबर देने से हिचकेंगी, क्योंकि इससे छेड़छाड़ की आशका रहेगी। झोलाछापों पर निर्भरता और बढ़ेगी।

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