Yoga In Corona: कोरोना से बचाव ही नहीं शरीर को अन्य कई लाभ पहुंचाता है यह आसन, जानें इसके बारे में
शरीर को स्वस्थ रखने में मकरासन उपयोगी साबित हो सकता है। संस्कृत में मकर का अर्थ मगरमच्छ होता है। मकरासन को करने के दौरान शरीर की बनावट मगरमच्छ की तरह प्रतीत होती है। इसीलिए इसे मकरासन कहा जाता है। योग शिक्षक ने इसकी उपयोगिता बताई।
मेरठ, जेएनएन। Yoga In Corona कोरोना से लडऩे के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ रखने में मकरासन उपयोगी साबित हो सकता है। संस्कृत में मकर का अर्थ मगरमच्छ होता है। मकरासन को करने के दौरान शरीर की बनावट मगरमच्छ की तरह प्रतीत होती है। इसीलिए इसे मकरासन कहा जाता है। योग प्रशिक्षक आशीष शर्मा कहते हैं कि अगर इस योगाभ्यास को सही ढंग और सही समय तक किया जाए तो इसके बहुत लाभ हैं। तनाव, श्वसन संबंधी समस्याओं और रीढ़ से जुड़ी परेशानी में विशेषकर लाभ देता है। आइए जानते हैं इसके अभ्यास का ढंग...
ऐसे करें मकरासन
इसे आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। ठोड़ी, छाती और पेट जमीन से स्पर्श हो रहे हों। अब पैरों के बीच में करीब दो फीट के बराबर दूरी बनाएं। फिर सिर को उठाएं और दोनों हाथों को गाल पर लाते हुए इस अवस्था में रुक जाएं। अब धीरे से सांस भरते हुए धीरे-धीरे दोनों पैरों को नीचे से ऊपर अपने कूल्हों की ओर लेकर आएं और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे लेकर जाएं। यह एक चक्र हुआ। इसी प्रकार मकरासन के करीब दस चक्र पूरे करें।
मकरासन के फायदे
- रीढ़ की हड्डी के लिए यह बेहद उपयोगी योगासन है। पूरा मेरुदंड स्वस्थ रहता है।
- फेफड़े की क्षमता को बढ़ाने के साथ ही अस्थमा आदि श्वसन संबंधी रोगों में राहत प्रदान करता है।
- नियमित अभ्यास से डिप्रेशन को काफी हद तक काबू किया जा सकता है।
- पेट और हर ओर से खिंचाव पडऩे से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
- यह वात रोगियों को आराम देता है और मनोरोगियों को भी लाभ देता है।
- उच्च रक्तचाप में भी आराम देता है।