World Health Day 2021: सेहत का पावरहाउस है लिवर..फ्यूज न हो जाए, जानिए- लक्षण और बचाव के तरीके

कहीं शरीर का पावरहाउस यानी लिवर फ्यूज तो नहीं हो रहा है। प्रदूषित खानपान और बिगड़ी लाइफ स्टाइल से सबसे ज्यादा लिवर को खतरा है। इस खबर में लिवर के बचाव और खराब होने के लक्षण बताए गए हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 12:40 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 12:40 PM (IST)
World Health Day 2021: सेहत का पावरहाउस है लिवर..फ्यूज न हो जाए, जानिए- लक्षण और बचाव के तरीके
जानिए लिवर के बचाव के लिए क्‍या करना आवश्‍यक है।

मेरठ, जेएनएन। कहीं शरीर का पावरहाउस यानी लिवर फ्यूज तो नहीं हो रहा है। प्रदूषित खानपान और बिगड़ी लाइफ स्टाइल से सबसे ज्यादा लिवर को खतरा है। शरीर में खतरनाक रसायन जमा हो रहे हैं। 25 से 30 फीसद लोगों के लिवर में चिकनाई ज्यादा मिल रही है। मेडिकल कालेज की ओपीडी एवं मुख्यमंत्री आरोग्य मेले की रिपोर्ट के मुताबिक लिवर के मरीजों की संख्या ज्यादा है। हेपेटाइिटस बी और सी की वजह से सिरोसिस और कैंसर के मरीज भी बढ़े हैं। फाइबरयुक्त हरी सब्जियां खाने एवं फलों के सेवन से इसे स्वस्थ रखा जा सकता है।

मेडिकल कालेज के उदर रोग विशेषज्ञ डा. टीवीएस आर्य का कहना है कि लिवर शरीर का सबसे बड़ा अंग है, जो करीब एक फुटबाल के बराबर होता है। चिकित्सा विज्ञानी इसे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग कहते हैं। यह कई प्रकार के एंजाइम बनाता है। विटामिन जमा करता है, और फैट को खत्म करता है। वर्तमान लाइफस्टाइल से दिल एवं लिवर के मरीज सबसे ज्यादा बढ़ रहे हैं। फाइब्रोस्केन जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि पेट के ज्यादातर मरीजों का लिवर बढ़ा हुआ मिल रहा है। एल्कोहल एवं वसायक्त खानपान वालों में लिवर खराब होने का सर्वाधिक खतरा देखा गया है। पिज्जा बर्गर व वसायुक्त खानपान ज्यादा करने से युवाओं में फैटी लिवर मिल रहा है।

ये लक्षण हैं तो हो जाएं सावधान

आंख में पीलापन, यूरिन का रंग बदलना, भूख में कमी व जी मिचलाना। पेट भारी लगना, एक तरफ दर्द, चेहरे व पैरों में सूजन, खुजली, थकान। जरा सी चोट लगने पर हाथ का नीला या लाल पड़ जाना

क्यों सबसे महत्वपूर्ण है लिवर

यह पित्त रिलीज करता है जिससे भोजन के साथ शरीर में जाने वाला वसा पचता है। कई प्रकार के प्रोटीन एवं काबरेहाइड्रेट भी बनाता है, जो शरीर की 70 फीसद जरूरत को पूरा कर देता है। यह ग्लूकोज व विटामिन्स को भी स्टोर करता है, और जरूरत पड़ने पर ऊर्जा के रूप में प्रयोग करता है। यह लाल रक्त कणिकाएं बनाता है। खून की क्लाटिंग को भी ठीक रखता है। शरीर में पहुंचे विषाक्त पदार्थो को बाहर खींचकर निकालने में मदद करता है।

युवाओं में लिवर की बढ़ती बीमारी चिंता का विषय है। उनके खानपान में ऐसे केमिकल शामिल हैं, जो लिवर में सूजन बनाकर इसे डैमेज कर रहे हैं। यह शरीर को विषरहित बनाता है, लेकिन प्रदूषित रस, पानी, भोजन, चिकनाई, रंगीन मिठाइयां व एल्कोहल इस पर भारी पड़ रहे हैं। बाहर का खानपान बंद करें। नियमित व्यायाम करें। फाइबरयुक्त सब्जियां व फल के सेवन से लाभ होगा। कोई भी लक्षण मिले तो डाक्टर को दिखाएं। डा. टीवीएस आर्य, विभागाध्यक्ष एवं उदर रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कालेज

घर की सीढ़ियों पर चलकर जाएं। लिफ्ट का प्रयोग बंद करें, इससे भी लिवर मजबूत होगा। कोलेस्ट्राल, वसा, मसाला एवं केमिकलयुक्त खानपान व एल्कोहल से परहेज करें। ये लिवर को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। कई वायरस घातक साबित हैं। एक ही ब्लेड से शेविंग न कराएं। प्रयोग की जा चुकी सुई से इंजेक्शन न लगवाएं। वजन पर नियंत्रण रखें। लिवर स्वस्थ रहेगा तो सेहत भी ठीक रहेगी। डा. सत्यार्थ चौधरी, उदर रोग विशेषज्ञ 

chat bot
आपका साथी