Veterans Day: मेरठ में नए सैनिक अस्पताल का काम 2022 में होगा शुरू, जानिए कौन-कौन सी सुविधाएं होगीं खास
मेरठ छावनी में नए सैनिक अस्पताल के लिए चयनित स्थान पर 2022 में भव्य अस्पताल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसमें आधुनिक सुविधाओं के अलावा कई खास सुविधाओं को दिया जाएगा। जो कई बड़े-बड़े अस्पतालों में भी मौजूद नहीं होगी।
[अमित तिवारी] मेरठ। मेरठ छावनी में नए सैनिक अस्पताल के लिए चयनित स्थान पर 2022 में भव्य अस्पताल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। मध्य कमान के अंतर्गत लखनऊ में बन रहे विशेष अस्पताल के साथ ही मेरठ छावनी का काम भी शुरू किया जाएगा। इस नए अस्पताल में पॉलीक्लिनिक की तमाम आधुनिक सुविधाओं के साथ ही अलग से एक वेटरन वार्ड बनाया जाएगा, जिसमें सेना के पूर्व सैनिकों के लिए हर तरह की स्वास्थ्य सेवाएं व चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध होंगी। गुरुवार को वेटरेनस डे यानी पूर्व सैनिक दिवस के मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने पूर्व सैनिकों को यह खुशखबरी दी है।
बनेंगे 14 जगहों पर वेटेरन वार्ड
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने कहा की देशभर में 14 सैनिक अस्पतालों में पूर्व सैनिकों के लिए विशेष वेटरन वार्ड बनाए जाएंगे जिससे पूर्व सैनिकों को हर संभव चिकित्सकीय सेवाएं एक ही स्थान पर मुहैया कराई जा सके। इसके साथ ही उन्होंने सेना और पूर्व सैनिकों के बीच वार्तालाप के सिलसिले को और ज्यादा बढ़ाने, मजबूत करने और आसान करने पर जोर दिया, जिससे पूर्व सैनिकों की हर समस्या की जानकारी तत्काल संबंधित सैन्य विभाग को हो सके और समय रहते उनका निवारण भी किया जा सके।
गुरुवार को मेरठ के पूर्व सैनिकों ने वेटरन्स डे के इस कार्यक्रम में आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज स्थित भंडारी हॉल में हिस्सा लिया। इसमें लेफ्टिनेंट जनरल जेएटी वर्मा सहित पूर्व सैन्य अफसरों व जवानों ने सेना प्रमुख के संबोधन को सुना। सेना प्रमुख के संबोधन के बाद आरवीसी के कमांडेंट मेजर जनरल प्रमोद बत्रा ने पूर्व अफसरों व सैनिकों का अभिनंदन किया और उनसे उनकी समस्याओं पर चर्चा की।
प्रदेश सरकार ने बढ़ाई जरूरतमंद पूर्व सैनिक परिवारों की मदद राशि
सेना प्रमुख ने पूर्व सैनिकों को यह भी बताया कि मध्य कमान के साथ बेहतर तालमेल रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व सैनिकों को दी जाने वाली मदद राशि को दोगुना कर दिया है। जरूरतमंद पूर्व सैनिक परिवारों को प्रदेश सरकार की ओर से अब तक बेटी की शादी के लिए 50 हजार रुपये और बच्चों की उच्चतर शिक्षा के लिए भी 50 हजार रुपये की मदद राशि प्रदान की जाती रही है।
अब इस धनराशि को दुगना करते हुए बेटी की शादी और बच्चों की पढ़ाई के लिए भी एक-एक लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। इससे बड़ी संख्या में जरूरतमंद परिवारों को मदद मिलेगी। यह मदद पूर्व सैनिक संगठनों के जरिए हर जरूरतमंद पूर्व सैनिक परिवार तक पहुंचाने की कोशिश भी की जाएगी। इसके साथ ही अन्य सैनिक व समाजिक सुविधाओं को भी बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है जिसे जल्द ही अमल में लाया जाएगा।