Karwa Chauth 2021 : बिजनौर में महिलाओं को लुभा रहे माटी के सुंदर करवे, जानिए क्या है इनकी खासियत
बिजनौर के बाजार में विभिन्न डिजाइन के करवे उपलब्ध हैं। इन पर केसरिया रंग से रंगाई कर बहुत सुंदर ओम व स्वस्तिक बनाए गए हैं। इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए इन्हें लेस लगाकर सजाया गया है।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। बदलते जमाने के साथ चलते हुए कुम्हारों ने माटी के बर्तनों का स्वरूप बदल दिया है। करवा चौथ पर महिलाओं के चंद्रमा को जल से अघ्र्य देने को तैयार किए गए माटी के करवे भी नए-नए डिजाइन में उपलब्ध हैं। महिलाएं इनकी खूब खरीदारी करा रही हैं।
केसरिया रंग के करवे के ऊपर बनाए ओम व स्वास्तिक चिन्ह
बिजनौर के बाजार में विभिन्न डिजाइन के करवे उपलब्ध हैं। इन पर केसरिया रंग से रंगाई कर बहुत सुंदर ओम व स्वस्तिक बनाए गए हैं। इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए इन्हें लेस लगाकर सजाया गया है। बाजार में ऐसे सजे करवे 15 से 35 रुपए में बेचे जा रहे हैं। नगीना नगर निवासी महिला गीता, पारुल, कुसुम, किरण चौहान, आरती, श्रद्धा राजपूत आदि का कहना है कि माटी के करवे से ही चंद्रमा को अघ्र्य देकर व्रत खोलना शुभ माना जाता है। इसलिए अधिकतर महिलाएं माटी के करवे का ही प्रयोग करती हैं। उन्होंने बताया कि नगर के बाजारों में इस बार काफी सजे-धजे माटी के करवे नजर आ रहे हैं जिनकी महिलाएं खूब खरीदारी कर रही हैं।
चूडिय़ों की खन-खन से गुलजार रहा बाजार
बिजनौर। करवाचौथ की पूर्व संध्या पर शनिवार को बाजार गुलजार नजर आया। चूडिय़ों की दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ रही। एक तरफ जहां महिलाओं में सजने-संवरने का उत्साह दिखा। जबकि, पार्लर व मेहंदी लगाने के लिए भी दुकानों पर महिलाओं का तांता लगा रहा। महिलाएं शनिवार को करवा चौथ की तैयारियों में जुटी रहीं। शनिवार को पूरे दिन बाजार में महिलाओं व नववाहिताओं की भीड़ रही। विशेषकर चूडिय़ों की दुकानों पर भारी भीड़ रही। तरह-तरह की चूडिय़ों की जमकर खरीदारी हुई। चांदपुर नगर के अधिकांश पार्लरों में भी भीड़ लगी रही। कोई मेकअप तो कोई मेहंदी लगवाने का इंतजार करती दिखी। शाम तक बाजार में महिलाओं का आना-जाना लगा रहा। इसके अलावा ज्वैलर्स व कपड़ों की दुकानें पर भी दिन भर भीड़ रही। विशेषकर नवविवाहिताओं में भी खासा उत्साह रहा। उन्होंने सजने संवरने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी।