उत्पीड़न बर्दाश्त न करें महिलाएं : सुषमा सिंह

महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने महिलाओं से संवाद किया और किसी भी हाल में उत्पीड़न बर्दाश्त न करने की सीख दी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:24 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:24 PM (IST)
उत्पीड़न बर्दाश्त न करें महिलाएं : सुषमा सिंह
उत्पीड़न बर्दाश्त न करें महिलाएं : सुषमा सिंह

मेरठ, जेएनएन। महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने महिलाओं से संवाद किया और किसी भी हाल में उत्पीड़न बर्दाश्त न करने की सीख दी। साथ ही अधिकारियों को भी इस दौरान महिला अपराध को लेकर अधिक संवेदनशील होने के निर्देश दिए।

राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देशन में राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश द्वारा विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कहा कि महिलाएं अपने आपको किसी से कम न समझे और किसी भी हाल में उत्पीड़न बर्दाश्त न करें। राज्य महिला आयोग हर कदम पर महिलाओं के साथ खड़ा है। कार्यक्रम में महिला थाना की पुलिस उपाधीक्षक रुपाली राय ने दहेज उत्पीड़न से संबंधित प्रावधानों के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई। अभियोजन अधिकारी रंजना माहोर ने कार्यस्थल पर महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित प्रावधानों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महिलाओं को कार्यस्थल पर एक दूसरे को सहयोग करना चाहिए और दोषी व्यक्ति को सजा जरूर दिलवानी चाहिए। कार्यक्रम में डिप्टी सीएमओ डा. पीके गौतम, जिला पंचायत राज अधिकारी रेणु श्रीवास्तव, सहायक श्रमायुक्त पुष्पेंद्र शर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कु. रिकू आदि ने भी महिलाओं के अधिकार व चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला प्रोबेशन अधिकारी शत्रुघ्न कन्नौजिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी मोहम्मद मुश्ताक, जिला पूíत अधिकारी राघवेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

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