मुजफ्फरनगर में इन महिलाओं ने आर्थिक संकट पर चलाई हुनर की कैंची, जानिए कैसे बनीं आत्मनिर्भर
मुजफ्फरनगर में स्वयं सहायता समूह से जुड़कर कई महिलाएं अच्छी आमदनी कर रही हैं। वह अपने द्वारा खाद्य सामग्री बच्चों के कपड़े व घरेलू सामान बनाकर उसे बाजार में या आसपास आपूर्ति करती हैं। खतौली खंड विकास क्षेत्र में 50 से अधिक ऐसे समूह बनाए जा चुके हैं।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। चौका चूल्हा चमकाने वाली नारी अब सशक्त होने के साथ आर्थिक पक्ष को भी मजबूत कर रही है। मुजफ्फरनगर के खतौली क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह बनाकर आजीविका के मिशन से जुड़े महिलाओं ने रोजगार की नई दिशा तैयार की है। जिसमें अपने हुनर से खुद के बनाए उत्पाद को वह बाजार में बेच रही हैं। मंगलवार को खंड विकास कार्यालय पर महिला सहायता समूह की कार्यशाला आयोजित की गई।
सहायक विकास अधिकारी पंचायत योगेश्वर दत्त त्यागी ने बताया कि खंड विकास क्षेत्र में 50 से अधिक स्व सहायता समूह बनाए जा चुके हैं। एक समूह में 11 महिला को रखकर उन्हें रोजगार का प्रशिक्षण दिया गया। मंगलवार को स्वयं सहायता समूह ने अपने द्वारा बनाई प्रोडक्ट की प्रदर्शनी लगाई। जिसमें महिलाओं ने खाद्य सामग्री के साथ कपड़े व आचार आदि को रखा है।
10 हजार रुपये प्रतिमाह कमा रही महिला
मंसूरपुर क्षेत्र की स्वयं सहायता समूह की प्रमुख कमलेश ने बताया कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर एक महिला प्रतिमाह 10 हजार की आमदनी कर रही है। इसमें वह अपने द्वारा खाद्य सामग्री, बच्चों के कपड़े व घरेलू सामान बनाकर उसे बाजार में या आसपास के क्षेत्रों में आपूर्ति करती हैं।