महिला ने नहीं की थी सुसाइड, सहारनपुर में दो प्रेमियों ने मिलकर विवाहिता को उतारा था मौत के घाट
फतेहपुर थानाक्षेत्र के गांव भैंसराऊ में जिस महिला को परिजन और पुलिस भी आत्महत्या मानकर चल रही थी। उस महिला ने आत्महत्या नहीं की थी। महिला की हत्या की थी। हत्या भी किसी और ने नहीं बल्कि उसके दो प्रेमियों ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर की थी।
सहारनपुर, जेएनएन। फतेहपुर थानाक्षेत्र के गांव भैंसराऊ में जिस महिला को परिजन और पुलिस भी आत्महत्या मानकर चल रही थी। उस महिला ने आत्महत्या नहीं की थी। महिला की हत्या की थी। हत्या भी किसी और ने नहीं, बल्कि उसके दो प्रेमियों ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर की थी। पहले दोनों प्रेमी आपस में झगड़े, इसके बाद दोनों एक हो गए और बदनामी के डर के कारण महिला की हत्या कर दी। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया है। तीनों से हत्या करना भी स्वीकार कर लिया है। इस राजफाश करने वाले फतेहपुर थाना प्रभारी सतेंद्र नागर को एसएसपी ने 10 हजार का ईनाम दिया है।
दरअसल, फतेहपुर थानाक्षेत्र के गांव भैंसराऊ निवासी 35 वर्षीय महिला कविता पत्नी दिनेश का सोनम पुत्र रमेश निवासी भैंसराऊ के साथ प्रेम प्रसंग था। दोनों आपस में एक दूसरे से बात करते थे। वहीं, दीपक पुत्र नरेश निवासी भैसराऊ का भी महिला के साथ प्रेम प्रसंग था। दोनों को एक दूसरे पर शक भी था। एसएसपी डा. एस चन्नपा और एसपी सिटी राजेश कुमार ने पुलिस लाइन के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि सोनम और कविता 17 जुलाई को मिलने के लिए गांव से बाहर गए। यह बात दीपक को पता चल गई। दीपक अपने दोस्त गांव के ही अभिषेक पुत्र राजेश को साथ लेकर सोनम और कविता के पास पहुंच गया। यहां पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। बाद में तीनों ने गांव में बदनामी के डर के कारण योजना बनाई कि उसकी हत्या करके फांसी पर लटका देते हैं। ताकि गांव में बदनामी न हो। तीनों आरोपितों ने यही किया। उसे गांव के बाहर जंगल में ले गए और पीटकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद उसे एक पेड़ पर उसकी चुन्नी से ही फांसी पर लटका दिया। तीनों आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
ऐसे खुला ब्लाइंड हत्याकांड
दरअसल, फतेहपुर थाने के विवेचक और महिला के परिजनों ने समझ लिया था कि महिला ने आत्महत्या ही की है। क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हैंगिंग आ गया था। बाद में ट्रेनिंग से लौटे फतेहपुर एसओ सतेंद्र नागर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का गंभीरता से अध्ययन किया। जिससे पता चला कि महिला के शरीर पर चोट के भी निशान थे। इसके बाद सीडीआर आदि निकालकर दीपक और सोनम को हिरासत में लेकर राजफाश किया गया।