महिला की जीने की ख्वाहिश और उसके हौसले के आगे हार गई मौत

एक महिला की जीने की ख्वाहिश और उसके हौसले के आगे मौत भी मात खा गई। महिला ने कुछ लोगों पर अगवा कर गंगा में फेंकने का आरोप लगाया। उसका कहना है कि गंगा की लहरों से मुकाबला कर किसी तरह वह बच गई।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 11:57 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 11:57 PM (IST)
महिला की जीने की ख्वाहिश और उसके हौसले के आगे हार गई मौत
हौसले के आगे हार गई मौत, गंगा से जिंदा निकली महिला

बिजनौर, जेएनएन। एक महिला की जीने की ख्वाहिश और उसके हौसले के आगे मौत भी मात खा गई। महिला ने कुछ लोगों पर अगवा कर गंगा में फेंकने का आरोप लगाया। उसका कहना है कि गंगा की लहरों से मुकाबला कर किसी तरह वह बच गई। बाद में स्थानीय लोगों ने उसकी इच्छानुसार गाजियाबाद जनपद जाने वाली बस में बैठाकर भेज दिया। पुलिस घटना की जानकारी से इन्कार कर रही है। 

यह है मामला 

बुधवार सुबह पांच बजे एक महिला डरी-सहमी और पानी में भीगे होने के साथ-साथ गंगा के रेत से सनी जलीलपुर चौराहे पर एक ट्रक से उतरी, जो बदहवास हालात में इधर-उधर देख रही थी। पूछने पर महिला ने बताया कि वह मुजफ्फरनगर जिले की रहने वाली है और एक ईंट भट्ठे पर अपने पिता के साथ मजदूरी करती थी। गाजियाबाद जिले का एक युवक भी वहीं पर नौकरी करता था। एक साथ काम करते हुए दोनों में प्रेम संबंध हो गए और दोनों ने भाग कर शादी कर ली। कुछ दिन पहले ही वह अपने पति के साथ उसकी बुआ के घर आई। आरोप है कि मंगलवार रात उसे कुछ लोगों ने अगवा कर लिया।

आरोपित आंखों पर पट्टी बांधकर उसे हस्तिनापुर-जलीलपुर के मध्य गंगा पुल पर ले गए और नदी में फेंक दिया। गंगा में डूबते समय उसकी आंखों की पट्टी खुल गई। घंटों की मशक्कत के बाद वह गंगा के किनारे होते हुए पुल पर पहुंच गई और ट्रक से लिफ्ट लेकर यहां आई है। स्थानीय लोगों ने उसे कपड़े और चप्पल दिए। एक व्यक्ति ने कुछ रुपये देकर दिल्ली को जाने वाली एक प्राइवेट बस में बैठाकर गाजियाबाद जनपद रवाना कर दिया। उधर, जलीलपुर चौकी प्रभारी सत्येंद्र उज्जवल ने घटना की जानकारी से इन्कार किया है।

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