मानसरोवर कालोनी को कब मिलेगा साफ पानी.. कुछ नहीं पता

जरा सोचकर देखिए आपके घर में साफ पानी के बजाय दूषित और बदबूदार पानी आने लगे तो आप पर क्या बीतेगी। शायद दिनभर परेशान होंगे यहां-वहां से पेयजल की व्यवस्था करेंगे किसी अधिकारी से गुहार लगाएंगे। यानी इस समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा पाने की जुगत में लग जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:34 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:34 AM (IST)
मानसरोवर कालोनी को कब मिलेगा साफ पानी.. कुछ नहीं पता
मानसरोवर कालोनी को कब मिलेगा साफ पानी.. कुछ नहीं पता

मेरठ, जेएनएन। जरा सोचकर देखिए, आपके घर में साफ पानी के बजाय दूषित और बदबूदार पानी आने लगे तो आप पर क्या बीतेगी। शायद दिनभर परेशान होंगे, यहां-वहां से पेयजल की व्यवस्था करेंगे, किसी अधिकारी से गुहार लगाएंगे। यानी इस समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा पाने की जुगत में लग जाएंगे। लेकिन, आपको जानकार हैरानी होगी शहर की पाश कालोनी मानसरोवर में रहने वाले लोग पिछले पांच दिनों से इसी परेशानी से जूझ रहे हैं। घरों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। बेबस लोग जिम्मेदारों से गुहार लगा चुके हैं, भागदौड़ भी कर चुके हैं। लेकिन इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण बात और क्या हो सकती है कि अब तक लोगों को समाधान के बजाय आश्वासन का कड़वा घूंट पीना पड़ रहा है। लोगों में आक्रोश पनप रहा है, जो कभी भी बाहर आकर अधिकारियों की नींद तोड़ सकता है। लोगों ने दैनिक जागरण से साझा की पीड़ा

वार्ड संख्या 32 अंतर्गत मानसरोवर और मनोरंजन पार्क के आसपास बसे लोग अब अधिकारियों के कोरे आश्वासनों से तंग आ चुके हैं। उनके घर के नलों में लगातार दूषित पानी आ रहा है। संबंधित विभाग और पार्षद से कोई समाधान नहीं मिला तो लोगों ने दैनिक जागरण के साथ अपनी पीड़ा साझा की। मनोरंजन पार्क के पास रहने वाले अशोक त्यागी ने कहा कि नगर निगम दावे तो शुद्ध जलापूर्ति की करता है। लेकिन पिछले पांच दिनों से गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही है। वहीं, मानसरोवर कालोनी के अजय अग्रवाल ने कहा कि गंदे पानी की आपूर्ति के बारे में क्षेत्रीय पार्षद और जलकल अनुभाग को जानकारी है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट है कि शुद्ध जलापूर्ति को लेकर नगर निगम व जलकल अनुभाग के अधिकारी गंभीर नहीं है। दूषित पानी पीने से पेट संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। लोगों में इस बात का भी डर व्याप्त है। पार्षद ने बताई दो वजह

क्षेत्रीय पार्षद ललित नागदेव के अनुसार दूषित जलापूर्ति की दो वजह हैं। एक तो 50 साल पुरानी पाइप लाइन है। जो अंदर से जर्जर हो चुकी है। दूसरा गंगाजल आपूर्ति ठप होने से सर्किट हाउस और साकेत के पंपिग स्टेशन से जलापूर्ति की जा रही है। दो नलकूपों की आपूर्ति का प्रेशर कम है। जिससे शुरुआती दौर में जो मटमैला पानी निकलता है। वह घरों में पहुंच रहा है। पार्षद ललित नागदेव ने कहा कि जलकल अनुभाग के अवर अभियंता पंकज कुमार को सूचना दी है। नई पाइप लाइन डालने का प्रस्ताव भी दिया है। अधिकारी बोले, नहीं मिल रही लीकेज

जलकल विभाग के अवर अभियंता पंकज कुमार का कहना है कि मानसरोवर व मनोरंजन पार्क के आसपास गंदा पानी आने की शिकायत मिली है। पाइप लाइन की लीकेज चेक करवाई गई है। अभी तक कोई लीकेज मिली नहीं है। पानी का प्रेशर कम होने से यह स्थिति बन सकती है। जलापूर्ति का समय बढ़ाकर इसे ठीक कराया जाएगा।

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