पिछड़ा आयोग में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को भरपूर तवज्जो, मेरठ से हरवीर पाल बनाए गए सदस्य

प्रदेश में विस चुनावों से पूर्व भाजपा कार्यकर्ताओं के समायोजन में जुट गई है। अनुसूचित के बाद गुरुवार को पिछड़ा आयोग की घोषणा कर दी गई है जिसमें सहारनपुर के जसवंत सैनी को अध्यक्ष बनाया वेस्‍ट यूपी से मेरठ के हरवीर पाल समेत आठ लोगों को स्थान मिला है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:30 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:30 AM (IST)
पिछड़ा आयोग में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को भरपूर तवज्जो, मेरठ से हरवीर पाल बनाए गए सदस्य
सहारनपुर के जसवंत सैनी अध्यक्ष बने, 25 में से आठ सदस्य पश्चिम से शामिल हुए।

मेरठ, जेएनएन। UP backward commission विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के समायोजन में जुट गई है। अनुसूचित के बाद गुरुवार को पिछड़ा आयोग की घोषणा कर दी गई है, जिसमें सहारनपुर के जसवंत सैनी को अध्यक्ष बनाया गया, साथ ही पश्चिमी यूपी से मेरठ के हरवीर पाल समेत आठ लोगों को स्थान दिया गया है। जसवंत सैनी पहले ओबीसी आयोग में उपाध्यक्ष थे, जिन्हें पार्टी ने अध्यक्ष बनाकर सैनी समाज को साधा है।

ये सभी बनाए सदस्‍य 

आयोग में लखीमपुर और गाजीपुर के एक-एक कार्यकर्ता को उपाध्यक्ष बनाया गया है। अन्य 22 सदस्य बनाए गए हैं, जिसमें मेरठ के हरवीर पाल, मुजफ्फरनगर के जगदीश पांचाल, अमरोहा के चंद्रपाल, गौतमबुद्धनगर के बिजेंद्र भाटी, सहारनपुर निवासी व राज्यमंत्री रहे दिवंगत विजय कश्यप की पत्नी सपना कश्यप, बुलंदशहर के रवींद्र रजौरा और मुरादाबाद से गिरीश वर्मा को आयोग का सदस्य बनाया गया है।

पार्टी के समर्पित सिपाही माने जाते हैं हरवीर

मेरठ के 46 साल के हरवीर पाल को आयोग में सदस्य बनाया गया है। भावनपुर निवासी हरवीर 2007 से 2016 तक जिला महामंत्री रह चुके हैं। इसके बाद हरवीर को जिलाध्यक्ष बनाने की बात चल रही थी, लेकिन गुटबाजी में नाम उलझ गया।1988 से भावनपुर से राजनीति की यात्रा शुरू करने वाले हरवीर को मेरठ के सबसे अनुशासित ओबीसी चेहरों में माना जाता है। उन्होंने इस दौरान कई विस एवं लोस चुनावों में खास भूमिका निभाया। दर्जनों दायित्वों का निर्वहन करने वाले पाल किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। सांसद एवं विधायक समेत कई अन्य जनप्रतिनिधियों ने उन्हें समायोजन पर शुभकामनाएं दी हैं। 

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