मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र में अचानक बढ़ा गंगा का जलस्तर, बाढ़ का खतरा
बिजनौर बैराज के अवर अभियंता के अनुसार दोपहर बारह बजे गंगा नदी का जलस्तर बढ़कर एक लाख 56 हजार क्यूसेक हो गया है जबकि हरिद्वार भीमगोड़ा बैराज से ग्यारह बजे तीन लाख पैंसठ हजार क्यूसैक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। बैराज से लगातार जलस्तर मे वृद्धि हो रही है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। हस्तिनापुर क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में हुए वृद्धि से खादर क्षेत्र मे फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जिससे गंगा किनारे बसे लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं। डीएम के. बालाजी ने गंगा किनारे पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।
बिजनौर बैराज के अवर अभियंता पीयूष कुमार के अनुसार दोपहर बारह बजे गंगा नदी का जलस्तर बढ़कर एक लाख 56 हजार क्यूसेक हो गया है, जबकि हरिद्वार भीमगोड़ा बैराज से ग्यारह बजे तीन लाख पैंसठ हजार क्यूसैक पानी डिस्चार्ज चल रहा है। जिस कारण बैराज से लगातार जलस्तर मे वृद्धि हो रही है। उधर, हरिद्वार से बढ़ा हुआ पानी हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में तबाही मचा सकता है। एक बार फिर गंगा किनारे बसे गांवाेें के बाढ़ के चपेट में आने की संभावना है।
क्षतिग्रस्त तटबंध से निकलने लगा पानी
शेरपुर के सामने क्षतिग्रस्त तटबंध से भी पानी निकलने लगा है और खेतों की ओर जाने लगा है। कार सेवा वाले संत बाबा भूरी वाले बाबा कश्मीर सिंह के सेवादार बाबा बूटा सिंह ने बताया कि इससे क्षेत्र के नई बस्ती, दबखेड़ी, हरिपुर, भागोपुर, लतीफपुर समेत कई गांवों मे किसानों की फसलों को भारी नुकसान हो सकता है, क्योंकि इस समय धान की फसल पक कर खेतों में तैयार खड़ी है। डीएम के. बालाजी, एडीएम एफ सुभाष प्रजापति व एसडीएम मवाना कमलेश कुमार गोयल ने मौके का निरीक्षण किया तथा तहसीलकर्मियों के बढते जलस्तर पर नजर रखने व मुख्यालय से संपर्क बनाये रखने के निर्देश दिए। वही सिचाई विभाग के इंजीनियरों को निर्देश दिए गये है।