Water Conservation: मेरठ सिटीजन फोरम ने सरायकाजी का तालाब लिया गोद, बारिश की बूंद सहेजने की तैयारी

भूगर्भ जल के अंधाधुंध दोहन व बर्बादी के चलते धरती की कोख तेजी से सूख रही है। जिस तेजी से जल स्तर गिर रहा है आने वाले समय में अगर उचित समाधान नहीं हुए तो स्थिति विकट होगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:05 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:05 AM (IST)
Water Conservation: मेरठ सिटीजन फोरम ने सरायकाजी का तालाब लिया गोद, बारिश की बूंद सहेजने की तैयारी
मेरठ सिटीजन फोरम ने सरायकाजी का तालाब लिया गोद।

मेरठ, जेएनएन। भूगर्भ जल के अंधाधुंध दोहन व बर्बादी के चलते धरती की कोख तेजी से सूख रही है। जिस तेजी से जल स्तर गिर रहा है, आने वाले समय में अगर उचित समाधान नहीं हुए तो स्थिति विकट होगी। इससे निपटने के लिए पर्यावरण संरक्षण पर कार्य करने वाली संस्था जागरूक नागरिक एसोसिएशन ने शुक्रवार को एनएएस इंटर कालेज को दूसरा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम समर्पित किया। एसोसिएशन के महासचिव गिरीश शुक्ला ने बताया कि मानसून आने को है। बारिश का जल भूगर्भ जलस्तर को सुधारने का प्राकृतिक स्नोत है। इसके मद्देनजर पीएम के कैच द रेन आह्वान पर जल संचय के लिए कालेज के प्रधानाचार्य दीपक शर्मा के साथ से इस प्रयास को मूर्त रूप दिया गया।

धरती की कोख भरने को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम किया समर्पित

जल संरक्षण के प्रति लोग और संस्थाएं जागरूक हो रही हैं। मेरठ सिटीजन फोरम संस्था ने वार्ड 18 अंतर्गत सरायकाजी के एक तालाब को गोद ले लिया है। संस्था अपने खर्चे पर इस तालाब का जीर्णोद्धार कराएगी। नगर निगम से अनुमित प्राप्त करने के साथ मेरठ सिटीजन फोरम ने सरायकाजी स्थित तालाब की खोदाई शुरू करा दी है। संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि तालाब को कम से कम 10 फुट गहरा किया जाएगा। यह काम बरसात से पहले पूरा होगा, ताकि बारिश के पानी का संचयन किया जा सके।

खसरा संख्या 133 पर 2100 वर्ग मीटर का यह तालाब है। इसके चारों तरफ अतिक्रमण है। जिसे हटाने की कार्रवाई नगर निगम करेगा। संस्था के अध्यक्ष विवेक सिंघल, रामपाल वर्मा ने बताया कि तालाब बारिश के पानी के बड़े स्नोत हैं। शहरी क्षेत्र में अभिलेखों में 212 तालाब हैं। अगर तालाबों का संरक्षण कर लिया जाए तो भूगर्भ जल संचयन बड़े पैमाने पर हो सकता है। 

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