सुप्रीम कोर्ट तक पैदल यात्रा : सहारनपुर से मेरठ पहुंचा प्रवीण, दौराला के रेलवे स्टेशन पर गुजारी रात

सहारनपुर के नागल थानाक्षेत्र के गांव शीतलाखेड़ी निवासी प्रवीण कुमार उर्फ पर्व के अनुसार कुछ दिन पहले एटीएस लखनऊ ने मतांतरण कराने के मामले में कई को गिरफ्तार किया था। राजफाश किया था कि वे एक हजार लोगों का मतांतरण करा चुके हैं। उसे इंसाफ चाहिए।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:50 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 10:50 PM (IST)
सुप्रीम कोर्ट तक पैदल यात्रा : सहारनपुर से मेरठ पहुंचा प्रवीण, दौराला के रेलवे स्टेशन पर गुजारी रात
छात्र की न्याय के लिए सहारनपुर से सुप्रीम कोर्ट तक की पैदल यात्रा जारी।

सहारानपुर, जागरण संवाददाता। सहारनपुर में मतांतरण में नाम जुडऩे तथा निर्दोष साबित होने के बाद भी उत्पीडऩ झेल रहे युवक ने न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट तक पैदल यात्रा की ठानी है। मंगलवार शाम युवक सहारनपुर से पैदल सुप्रीम कोर्ट के लिए निकला। गुरुवार रात तक वह मेरठ जिले में पहुंच गया और दौराला रेलवे स्टेशन पर रात गुजारी। प्रवीण का कहना है, वह यात्रा पूरी करके ही लौटेगा। उसका उद्देश्य उत्पीडऩ करने वालों को दंड दिलाना है। वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेगा।

नागल थानाक्षेत्र के गांव शीतलाखेड़ी निवासी प्रवीण कुमार उर्फ पर्व के अनुसार, कुछ दिन पहले एटीएस लखनऊ ने मतांतरण कराने के मामले में कई को गिरफ्तार किया था। राजफाश किया था कि वे एक हजार लोगों का मतांतरण करा चुके हैं। एटीएस को मिली सूची में प्रवीण का भी नाम था कि उसका भी मतांतरण हुआ है। बकौल प्रवीण, उसकी एक किताब से फोटो उठाकर मतांतरण फार्म पर लगाकर उसका नाम व पता भी दर्ज कर लिया था। मामले में एटीएस ने 21 से 24 जून तक लखनऊ में जांच की, जिसमें उसे निर्दोष पाया गया था। अब लोग आतंकी बताकर उसका उत्पीडऩ कर रहे हैं। उसके घर आतंकी लिखे पर्चे फेंके जा रहे हैं।

इसलिए उसने डीएम सहारनपुर कार्यालय से सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली तक पैदल यात्रा शुरू की है। वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाएगा, ताकि निर्दोषों का उत्पीडऩ न हो। वापस लौटने को तैयार नहीं नागल थाना इंस्पेक्टर बीनू चौधरी एसएसपी के आदेश पर गुरुवार को प्रवीण के घर पहुंचे। इंस्पेक्टर ने बताया कि स्वजन से बातचीत कर युवक को वापस बुलवाने को कहा, लेकिन युवक ने वापस लौटने से इन्कार कर दिया।

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