मेरठ में दुकानों को खोले जाने की मांग ने पकड़ा जोर, व्यापार मंडल ने डीएम को सौंपा ज्ञापन Meerut News
मेरठ में दुकानें खोले जाने की मांग को लेकर मंगलवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में अब बाजारों को खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। दुकानें खोले जाने की मांग को लेकर मंगलवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। मंडल के अध्यक्ष आशु शर्मा ने कहा कि पिछले 70 दिनों में व्यापारियों की आर्थिक एवं मानसिक स्थिति बहुत ही चिंताजनक हो चुकी है। व्यापारी समाज की आर्थिक रूप से कमर टूट गई है। जिला प्रशासन के दुकानों को साफ सफाई के आदेश के बाद बड़ी संख्या में जनपद के व्यापारियों की दुकानों के अंदर दीमक, चूहों के कारण काफी नुकसान हुआ है। इसका मुआवजा मिलना चाहिए।
एक जून से केंद्र और प्रदेश सरकार भी अनलॉक कर चुकी है परंतु उसके बाद भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरठ जिला प्रशासन व्यापारी समाज को बाजार खोलने की अनुमति नहीं दे रहा जिससे व्यापारियों के साथ-साथ आम जनमानस भी परेशान है। मेरठ शहर को जिला प्रशासन कैंटोंमेंट जोन बता रहा है जबकि जनपद का बहुत बड़ा हिस्सा गैर संक्रमित है तथा होटस्पोट से बाहर है। वहां के बाजारों को खोलने की अनुमति जिला प्रशासन क्यों नहीं दे रहा इससे महसूस होता है कि जिला प्रशासन का व्यवहार व्यापारी विरोधी हैं।
व्यापारियों की किसी भी समस्या को जिला प्रशासन समझना और सुनना नहीं चाहता। आशु शर्मा ने कहा अगर जिला प्रशासन व्यापारियों को गैर संक्रमित क्षेत्रों में बाजार खोलने की अनुमति प्रदान नहीं करता तो पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के पदाधिकारी अपनी दुकानों की चाबी जिला अधिकारी कार्यालय में जमा करा देंगे। इस दौरान सरदार मंजीत सिंह कौछड, सुमेर सिंह धार,पियुष वषिष्ठ, संजय शर्मा, नीरज कौशिक, धरमेंद मलिक, संजु त्यागी, रचित गुलाठी, मौजूद रहे।