राज्यपाल संग कृषि विवि के कुलपति की वर्चुअल मीटिग

राज्यपाल और कृषि विवि के कुलपति के बीच मंगलवार को वर्चुअल मीटिग का आयोजन हुअ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 03:15 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 03:15 AM (IST)
राज्यपाल संग कृषि विवि के कुलपति की वर्चुअल मीटिग
राज्यपाल संग कृषि विवि के कुलपति की वर्चुअल मीटिग

मेरठ,जेएनएन। राज्यपाल और कृषि विवि के कुलपति के बीच मंगलवार को वर्चुअल मीटिग का आयोजन हुआ, जिसमें कुलपति ने राज्यपाल को विवि में चल रही गतिविधियों का विस्तार से ब्योरा दिया।

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के कुलपति डा. आरके मित्तल ने बताया कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रदेश के कृषि विवि के कुलपति संग समय-समय पर वर्चुअल मीटिग हो रही है। इसी क्रम में मंगलवार को मीटिग का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यपाल को विवि की गतिविधियों का ब्योरा सौंपने के साथ विभिन्न आडिट आपत्तियों के निस्तारण, लंबित डिग्री/प्रमाण-पत्रों के वितरण, आगामी सत्र की परीक्षाओं के आयोजन, नए सत्र 2021-22 प्रारंभ करने के अलावा राष्ट्रीय नीति, विभिन्न निर्माण कार्यों, विवि स्तर पर लंबित मुकदमों की स्थिति के संबंध में राज्यपाल को जानकारी दी। वहीं, राज्यपाल सचिवालय द्वारा अध्यापकों की नियुक्तियों में पारदर्शिता हेतु नई गाइडलाइन जारी की गई, जिसके आधार पर अध्यापकों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए। बैठक में वित्त नियंत्रक, कुलसचिव, निदेशक प्रसार, परीक्षा समन्वयक उपस्थित थे।

शराब के नशे में मां व बहन से मारपीट: गांव बहादुरपुर निवासी पूनम पत्नी सतेंद्र व उसकी बेटी ज्योति मंगलवार को थाने पहुंची। महिला ने आरोप लगाया कि उसका बेटा शराब पीता है। वह और उसकी बेटी विरोध करते हैं तो आरोपित गाली-गलौज करते हुए मारपीट करता है। पुलिस ने तहरीर पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

गंगनहर में पानी नहीं आने से रजवाहे बंद, किसान परेशान : कई दिन से गंगनहर बंद होने के कारण रजवाहे भी बंद है। रजवाहे बंद होने के कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मुजफ्फरनगर में कार की तलाश करने के लिए कई दिन से गंगनहर को बंद किया हुआ है। गंगनहर बंद होने के कारण क्षेत्र के रजवाहे भी बंद है। वहीं गर्मी बढ़ने के कारण फसल को भी पानी की आवश्यकता होने लगी है। लेकिन गंगनहर के पानी पर निर्भर कई सौ एकड़ की फसल रजवाहों में पानी नहीं आने से सूखने की कगार पर है। जिसके चलते किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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