पुलिस दबिश से घबराए ग्रामीणों ने मकानों पर चिपकाए पलायन के पोस्टर, जाने क्या है मामला Shamli News
इस घटना के बाद से गांव में पूरी तरह से सन्नाटा छाया हुआ है। पुलिस इस घटना से लगातार इन्कार कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने गांव के चौकीदार की मदद से पोस्टर हटाए हैं।
शामली, जेएनएन। गांव टपराना में पुलिस से टकराव के बाद सड़कें सूनी पड़ी हैं। दबिश के खौफ से गांव वाले मकानों का ताला लगाकर चले गए है। शुक्रवार सुबह गांव में अनेक मकानों पर पलायन के पोस्टर चिपके दिखे। पुलिस ने पोस्टर चिपकने की जानकारी होने से इन्कार किया है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने गांव के चौकीदार की मदद से पोस्टर हटवा दिए हैं।
एक दर्जन ग्रामीणों ने चिपकाएं पलायन के पोस्टर
शुक्रवार को टपराना में लगभग एक दर्जन ग्रामीणों ने दहशत के कारण अपने मकानों के गेट पर पलायन के पोस्टर चिपका दिए। ग्रामीणों का कहना है कि वे निर्दोष हैं। फिर भी पुलिस उनके यहां दबिश दे रही है।थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया गांव मे पोस्टर चिपकाने की कोई सूचना नहीं है। किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी लेकिन दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।
इस कारण चिपकाएं पोस्टर
गौरतलब है कि गोकशी मे जिला बदर चल रहे आरोपित अफजल को पुलिस ने दस दिन पूर्व ईद पर गिरफ्तार किया था। घर की महिलाओं ने विरोध करके उसे छुड़ा लिया था। अगले दिन दोबारा दो थानों की पुलिस ने अफजल को पकडऩे के लिए टपराना में दबिश दी, लेकिन भीड़ ने आरोपितों के परिजनों के साथ मिलकर पुलिस पर हमला किया था। इसमें दो दारोगा व एक पुलिसकर्मी घायल हुआ था। दो गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की गई थी। पुलिस व पीएसी ने गांव मे पहुंचकर आरोपित अफजाल सहित 26 लोगों को गिरफ्तार किया था। 45 नामजद व 90 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। ग्रामीणों ने पुलिस पर घर में घुसकर तोडफ़ोड़ व महिलाओं से मारपीट का भी आरोप लगाया था।
पुलिस पोस्टर की जानकारी से कर रही मना
मुस्लिम संगठनों ने डीएम से प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। पुलिस ने अब तक 29 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कई राजनैतिक लोगों ने भी उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है। सीओ कैराना प्रदीप कुमार ने मकानों पर पलायन या मकान बेचने के पोस्टर चस्पा होने की जानकारी से इन्कार किया है। फरार आरोपितों की तलाश मे दबिश दी जा रही है।