सावधान रहें, कोरोना से नसे भी रहीं हैं सिकुड़, पोस्‍ट कोव‍िड बीमारियों के प्रति रहें सचेत

कोरोना संक्रमण का ग्राफ नीचे जाने के बावजूद लोगों में पोस्ट कोविड बीमारियों के घर करने तथा नए लक्षणों को लेकर वरिष्ठ न्यूरो सर्जन काफी गंभीर हैं। उन्‍होंने बताए कोरोना तथा कोरोना के बाद के प्रभाव। किसी भी समस्या पर किसी क्वलीफाइड चिकित्सक से लें सलाह।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:02 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:02 PM (IST)
सावधान रहें, कोरोना से नसे भी रहीं हैं सिकुड़, पोस्‍ट कोव‍िड बीमारियों के प्रति रहें सचेत
पोस्‍ट कोव‍िड बीमारियों के प्रति रहें सचेत।

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण का ग्राफ नीचे जाने के बावजूद लोगों में पोस्ट कोविड बीमारियों के घर करने तथा नए लक्षणों को लेकर वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डा. करण मारवाह काफी गंभीर हैं। डा. मारवाह का कहना है कि सावधान रहें, क्योंकि कोरोना में शरीर की नसे सिकुड़ने का भी खतरा प्रबल है। इसलिए किसी भी समस्या पर क्वालीफाइड चिकित्सक को तुरंत दिखाएं ताकि समय रहते उपचार शुरू हो सके।

कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आए मरीज स्वस्थ होते-होते भी स्वर्ग सिधारते नजर आए। कोरोना काल की दहशत लोग भूल नहीं पा रहे। चिकित्सकों को भी कोरोना की लहर अलग ही अनुभव दे गई। वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डा. करण मारवाह कहते हैं कि कोरोना का नया स्ट्रेन है उसके प्रभाव भी पहले से अलग आए हैं। बताया कि संक्रमित मरीजों में देखने को मिल रहा है कि उनके शरीर की नसे सिकुड़ रही हैं। जिससे ब्रेन हेमरेज तथा दूसरे गंभीर प्रभाव सामने आए। इधर उधर के उपचार में न गवांए समयडा. करण मारवाह लोगों को समझाते हुए कहते हैं कि कोरोना काल में सावधान रहें। यदि कोई दिक्कत महसूस करें तो तुरंत क्वालीफाइड चिकित्सक से सलाह लें।

किसी दूसरे के नुस्खे की दवा न खाएं न ही नीम हकीम की सलाह पर अमल करें। संक्रमण एक गंभीर समस्या है इसलिए इसका उपचार क्वालीफाइड चिकित्सक से ही कराएं। बाडी का रेस्पांस है, ब्रेन हेमरेज व हार्ट अटैकडा. करण मारवाह कहते हैं कि अलग-अलग मरीज पर दवा का असर अलग ही होता है। एक दवा सब मरीजों पर काम नहीं करती। इसलिए किसी की बताई दवा न खाएं। कोरोना संक्रमित को ब्रेन हेमरेज या हार्ट अटैक किसी दवा के कारण नहीं बल्कि एक तरह से बाडी रेस्पांस है। ब्लैक फंगस अक्सर स्टेरायड के प्रभाव से भी होता है। लेकिन सभी मामलों में दवा चिकित्सक की सलाह पर ही लेना उचित है।

उपचार से पहले कोरोना से बचाव है जरूरीडा. करण मारवाह का कहना है कि यदि संक्रमित हो जाते हैं तो उपचार आवश्यक है। लेकिन ऐसा प्रयास होना चाहिए कि संक्रमण से बचाव हो सके। इसलिए जरूरी है कि चेहरे पर मास्क लगाएं तथा शारीरिक नियमों का पालन करें और एक-दूसरे से कम से कम छह फिट की दूरी बनाएं। हाथों को सेनिटाइज करते रहें।

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