मेरठ: कृषि विवि के वैटनरी कालेज में मानकों की जांच करने आ रही वीसीआइ की टीम, विवि प्रशासन में हलचल

कृषि विवि परिसर स्थित वैटनरी कालेज में में आज नई दिल्ली स्थित वैटनरी काउंसिल आफ इंडिया (वीसीआइ) की टीम दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रही है। वैटनरी काउंसिल आफ इंडिया की टीम दो दिन करेगी भ्रमण। वैटनरी कालेज में मानकों के विपरीत कार्य होने की मिल रही थी सूचना।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:05 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:05 PM (IST)
मेरठ: कृषि विवि के वैटनरी कालेज में मानकों की जांच करने आ रही वीसीआइ की टीम, विवि प्रशासन में हलचल
वैटनरी काउंसिल आफ इंडिया की टीम दो दिन करेगी भ्रमण।

मेरठ, जेएनएन। कृषि विवि परिसर स्थित वैटनरी कालेज में में आज नई दिल्ली स्थित वैटनरी काउंसिल आफ इंडिया (वीसीआइ) की टीम दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रही है। यह टीम संचालित वैटनरी कालेज के मानकों की जांच करने के साथ वहां की व्यवस्थाओं को देखेगी। टीम के आने की सूचना के बाद विवि प्रशासन में हलचल मची हुई है। वैटनरी कालेज का स्टाफ भी व्यवस्थाओं को संभालने में जुटा है।

सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के सूत्रों ने बताया कि विवि परिसर स्थित वैटनरी कालेज में प्रत्येक साल नई दिल्ली स्थित वैटनरी कालेज आफ इंडिया (वीसीआइ) की टीम जांच करने आती है। हालांकि पिछले सालों तक हुई जांच में मोदीपुरम कृषि विवि के वैटनरी कालेज का नंबर सबसे पहले आता था, मगर इस साल देश के अन्य वैटनरी कालेज में जांच पड़ताल के बाद वीसीआइ की टीम कृषि विवि के वैटनरी कालेज पहुंच रही है। सूत्रों की मानें तो कालेज में कई अध्यापकों की नियुक्ति वीसीआइ के मानकों के विपरीत है, इसकी भी टीम जांच करेगी।

पशु उपचार उपकरण से लेकर क्लासों को भी चेक करेंगी टीम

वीसीआइ की टीम वैटनरी कालेज में कक्षाओं के अलावा पशु अस्पताल का भी निरीक्षण करेगी। अस्पताल में पशु उपचार के लिए मौजूद उपकरणों को भी चेक करेगी। इसके अलावा वीसीआइ के मानकों के आधार पर किसी उपकरण की कमी है, इस पर गहनता से चर्चा कर उस उपकरण को रखने पर जोर दिया जाएगा।

इनका कहना है...

वीसीआइ की टीम का यह निरीक्षण सालाना रूटीन है। वीसीआइ के आधार पर कालेज के सभी मानक पूरे हैं। पिछले सालों की अपेक्षा कालेज और पशु अस्पताल में बेहतर कार्य किया गया है। सभी अध्यापक मेहनत से कार्य कर रहे हैं। यह निरीक्षण तो काफी पहले होना था, मगर विभिन्न कारणों की वजह से अब हो रहा है।

- डा. राजवीर सिंह, अधिष्ठाता वैटनरी कालेज-कृषि विवि।

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