बागपत का वरुण हत्याकांड : मुख्य आरोपित नागेंद्र की गिरफ्तारी को अंधेरे में तीर चला रही पुलिस, सर्विलांस से भी नहीं मिली सफलता
वरुण हत्याकांड के मुख्य आरोपित नागेंद्र की गिरफ्तारी की बात को दूर अभी तक बागपत पुलिस घटना में शामिल अन्य आरोपितों के नाम व पते आदि की जानकारी भी नहीं लगा सकी है। हालांकि नागेंद्र के नजदीकी बताए जाने वाले चार लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है।
बागपत, जागरण संवाददाता। बड़ौत क्षेत्र के बिजरौल गांव के वरुण हत्याकांड में पुलिस तीन दिन से दबिश दे रहें है, लेकिन वारदात का मुख्य आरोपित पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। सर्विलांस से भी पुलिस को सफलता नहीं मिल रही है।
यह है मामला
बिजरौल गांव में रविवार की रात बदमाशों ने वरुण तोमर का उसके ही मकान घर से अपहरण कर लिया था और उसकी हत्या कर शव को सोमवार की शाम परतापुर थाना क्षेत्र के काजमाबाद गून गांव के पास फेंक दिया था। वरुण के भाई अरूण ने घटना का मुकदमा वरुण की पत्नी मोनिसा उर्फ मीनू, उसके प्रेमी नागेंद्र निवासी खड़खड़ी, थाना खरखौदा और नागेंद्र के दोस्त के खिलाफ कोतवाली में दर्ज कराया था। मुकदमे में वरुण ने आरोप लगाया था कि मोनिसा ने अपने प्रेमी नागेंद्र के साथ मिलकर उसके भाई वरुण की हत्या की साजिश रची और बाद में उसका अपहरण कराकर हत्या करवा दी। इस घटना के बाद से ही घटना का मुख्य आरोपित नागेंद्र फरार है। पुलिस उसको पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे दी है, लेकिन वह तीसरे दिन भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उधर, घटना के बाद से ही वरुण की पत्नी मोनिसा कोतवाली में बैठी हुई है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उधर, वरुण के स्वजन और गांव के लोग इस पूरी घटना के बारे में जानने चाह रहे हैं। एसओ रवि रत्न सिंह का कहना है कि नागेंद्र और अन्य आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही हैं। नागेंद्र के नजदीकी चार लोगों से पूछताछ की गई है।
बेहद शातिर है नागेंद्र, मोबाइल का नहीं कर रहा प्रयोग
हत्याकांड के मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी की बात को दूर अभी तक पुलिस घटना में शामिल अन्य आरोपितों के नाम व पते आदि की जानकारी भी नहीं लगा सकी है। पुलिस का कहना है कि नागेंद्र बेहद ही शातिर है वह मोबाइल का प्रयोग नहीं कर रहा है और इंटरनेट मीडिया से भी दूरी बनाए गए है।