UP: मुजफ्फरनगर कृषि मेले में किसानों का हंगामा, कुर्सियां फेंकी, मंच पर किया कब्‍जा, मची भगदड़

मुजफ्फरनगर में किसान कल्याण मिशन योजनान्तर्गत आयोजित कृषि मेले में भाकियू व रालोद नेताओं ने जमकर हंगामा किया कुर्सियां फेंक दीं। अधिकारियों से माइक छीन लिया और मंच को अपने कब्जे में ले लिया। हंगामा देख मेले में भगदड़ मच गई।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 09:27 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 09:27 PM (IST)
UP: मुजफ्फरनगर कृषि मेले में किसानों का हंगामा, कुर्सियां फेंकी, मंच पर किया कब्‍जा, मची भगदड़
कृषि मेले के दौरान जमकर हुआ हंगामा।

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। किसान कल्याण मिशन योजनान्तर्गत आयोजित कृषि मेले में भाकियू व रालोद नेताओं ने जमकर हंगामा किया, कुर्सियां फेंक दीं। अधिकारियों से माइक छीन लिया और मंच को अपने कब्जे में ले लिया। हंगामा देख मेले में भगदड़ मच गई। कुछ किसानों के साथ कृषि वैज्ञानिक व अधिकारी वहां से चले गए।

किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से सरकार ने किसानों की जागरूकता के लिए ब्लाक स्तर पर कृषि मेला, प्रदर्शनी व गोष्ठी का आयोजन किए जा रहे हैं। कृषि कानूनों को लेकर किसानों में सरकार के प्रति आक्रोश है। गुरुवार को शाहपुर विकास खंड कार्यालय पर कृषि मेला शुरू हुआ। मंच पर विभागीय अधिकारी व कृषि वैज्ञानिक मौजूद थे। अधिकारियों ने सरकारी योजनाओं के बारे में भाषण देना शुरू किया, तो भाकियू जिला उपाध्यक्ष बिजेंद्र बालियान व रालोद नेता अनुज बालियान के नेतृत्व में दर्जनों किसान मेला स्थल पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। किसान नेताओं ने अधिकारियों से माइक छीन लिया। मंच से कृषि मेले व सरकार की नीतियों का विरोध किया। मंच से किसान नेताओं ने अधिकारियों व सरकार के प्रतिनिधियों को खरी-खोटी सुनाई। मंचासीन अधिकारी व वैज्ञानिक धीरे-धीरे मंच से खिसकने लगे। इसके बाद वहां से चले गए। थोड़ी देर बाद मंच खाली हो गया। माइक से बिजेंद्र बालियान ने कहा कि सरकार किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। किसानों की आवाज को दबाने के लिए नकली व असली किसान बताकर फुट डालना चाहती है। सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान बर्बादी के रास्ते पर जा रहा है। केंद्र सरकार जब तक कृषि संबंधी तीनों विधेयक वापस नहीं लेगी, विरोध जारी रहेगा।

रालोद नेता अनुज बालियान ने कहा कि अन्नदाता को सरकार काले कानून लेकर भिखारी बनाने का प्रयास कर रही है। किसान दो महीने से दिल्ली में सड़क पर पड़े हैं सरकार को किसानों को चिंता नही। सौ से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। इसके बाद किसानों ने किसानों ने बिछी कुर्सियों इधर-उधर फेंक दिया। हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने किसानों को शांत किया। घंटों चले हंगामे के बाद मामला शांत हो सका। मेले में काफी देर तक भाकियू जिंदाबाद, किसान एकता जिंदाबाद के नारे गूंजते रहे।

कृषि मेला शुभारंभ करते ही निकल गए विधायक

कृषि मेले का शुभारंभ विधायक उमेश मलिक ने फीता काटकर किया। विधायक को आभास हो गया कि किसान मेले का विरोध करेंगे। मेला शुभारंभ के बाद चंद मिनटों के उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं। कुछ लोग किसानों को बरगला कर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने किसानों से आधुनिक तकनीकी से खेती पर जोर दिया।

मेले में पहुंचे ये अधिकारी

उप कृषि निदेशक जसवीर सिंह तेवतिया, जिला कृषि रक्षा अधिकारी पवन कुमार विश्वकर्मा, जिला उद्यान अधिकारी सतेंद्र सिंह मान, बीडीओ राजेश कुमार, एडीओ सुधीर कुमार गुप्ता, पशु चिकित्सा अधिकारी केके त्यागी, बाल विकास परियोजना अधिकारी पुष्पा गौतम, समाज कल्याण अधिकारी सोदीप सिंह सैनी, मनोज देशवाल, कृषि वैज्ञानिक डा.जोशिया आदि अधिकारी मौजूद रहे। 

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