मेरठ : नहीं मिली कोई सूचना और न ही रेमडेसिविर इंजेक्शन, मेरठ सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में हंगामा
कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए जरूरी रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी अथवा कर्मचारी रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय नहीं पहुंचा। न ही किसी सूचना का नोटिस चस्पा कराया कि आज इंजेक्शन का स्टाक उपलब्ध नहीं है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए जरूरी रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी अथवा कर्मचारी रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय नहीं पहुंचा। न ही किसी सूचना का नोटिस चस्पा कराया कि आज इंजेक्शन का स्टाक उपलब्ध नहीं है। जबकि वहां इंजेक्शन लेने के लिए सुबह से ही मरीजों के परिजनों की लंबी लाइन लगी थी। घंटों इंतजार के बाद भी इंजेक्शन नहीं मिला तो परेशान लोगों ने वहां हंगामा कर दिया। सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार सिंह ने लोगों को समझाकर शांत किया तथा स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से बात की।
कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा रोजाना किया जाता है। लेकिन रविवार को स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी अथवा कर्मचारी वहां इंजेक्शन वितरण के लिए नहीं पहुंचा। जबकि सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय में सुबह आठ बजे से ही मरीजों के परिजनों की लंबी लाइन लग गई थी। दोपहर तक न तो इंजेक्शन मिला और न ही इंजेक्शन के संबंध में कोई सूचना मिली। लोग परेशान हो गए और उन्होंने कोर्ट रूम में घुसकर हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार सिंह वहां पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाकर शांत किया। उन्हें व्यवस्था की जानकारी दी तथा भीड़ के बीच में खड़े होकर ही एसीएमओ पूजा शर्मा से फोन पर बात करके आज इंजेक्शन वितरण न करने का कारण पूछा। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि एसीएमओ का कहना था कि आज इंजेक्शन का स्टाक उपलब्ध नहीं है। इसी कारण इंजेक्शन वितरित नहीं किया गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने उनसे इस बात पर नाराजगी जताई कि इंजेक्शन उपलब्ध न होने की सूचना उन्हें समय से जनता को देनी चाहिए थी। वितरण स्थल पर इस सूचना के पोस्टर लगाए जाने चाहिए थे। ताकि जनता को घंटों प्रतीक्षा न करनी पड़ती। परेशान लोगों ने इस संबंध में जिलाधिकारी कैंप कार्यालय पहुंचकर भी लिखित शिकायत दर्ज कराई। सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग यदि समय रहते इंजेक्शन उपलब्ध न होने की सूचना उपलब्ध करा देता तो हंगामा नहीं होगा।