यूपी : मुजफ्फरनगर में कोविड हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद जमकर हंगामा,फायरिंग
मुजफ्फरनगर में गुरुवार को शहर कोतवाली क्षेत्र के बालाजी चौक आर्यपुरी में बनाए गए कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इस दौरान हवाई फायरिंग भी की गई।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शहर कोतवाली क्षेत्र के बालाजी चौक आर्यपुरी में बनाए गए कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इतना ही नहीं परिजनों ने फीस के दो लाख रुपये का हिसाब और उपचार के बारे में पूछताछ की तो हास्पिटल स्टाफ ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। आरोप है कि चिकित्सक के भाई ने दो राउंड हवाई फायरिंग भी की। इससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। घंटों चले हंगामे के बाद परिजन शव को लेकर गए।
यह है मामला
शहर कोतवाली क्षेत्र के आर्यपुरी मोड बालाजी चौक पर डा. देवेंद्र सैनी का हार्ट क्लीनिक एंड इमरजेंसी केयर सेंटर के नाम से हॉस्पिटल है। इस हास्पिटल को आइएमए अध्यक्ष डा.एमएल गर्ग की सरपरस्ती में कोविड अस्पताल बनाया गया है। बुधवार को प्रकाश चौक निवासी 85 वर्षीय नरेंद्र गुप्ता को कोरोना संक्रमण के चलते भर्ती कराया गया था। गुरुवार को दोपहर बाद उनकी मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। इतना ही नहीं परिजनों ने जमा कराए गए दो लाख रुपये का हिसाब मांगा तो स्टाफ ने उनके साथ हाथापाई कर दी। मृतक के परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक डीके सैनी के भाई ने परिजनों पर फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि किसी को गोली नहीं लगी। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह, सीओ सिटी कुलदीप कुमार भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को बमुश्किल शांत किया। डा. एमएल गर्ग से बात करने का प्रयास किया तो कई घंटी जाने के बाद भी उन्होंने फोन नहीं उठाया। काफी देर बाद उनके सहायक ने फोन उठाकर बोला कि डा. एमएल गर्ग अभी बात नहीं कर सकते।
भर्ती कराते ही जमा करा लिए थे दो लाख रुपये
परिजनों ने बताया कि बुधवार को नरेंद्र गुप्ता को छाती रोग विशेषज्ञ डा. एएल गर्ग के सान्निध्य में डा. देवेंद्र सैनी के हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। भर्ती कराते समय ही चिकित्सक इलाज के नाम पर दो लाख रुपये जमा करा लिए थे। इसके बावजूद भी इलाज में लापरवाही बरती गई। इतना ही नहीं गुरुवार को भी नरेंद्र गुप्ता की हालत ठीक बताते हुए और रुपये जमा कराने के लिए कहा गया।
परिजनों को ही ले गए थाने
पुलिस परिजनों को ही थाने ले गई। इसके चलते अन्य परिजनों ने हंगामा कर दिया। हालांकि पूरा मामला पता चलने पर मृतक के परिजनों को छोड़ दिया गया।
इन्होंने कहा
फायरिंग की पुष्टि नहीं हुई। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाया है। तहरीर मिलने पर जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
- अर्पित विजयवर्गीय, एसपी सिटी।