यूपी : बागपत में जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर की धमकी से परेशान परिवार ने गांव से किया पलायन
बागपत में रणबीर हत्याकांड में जिला कारागार में बंद एक हिस्ट्रीशीटर ने परिवार को हत्याकांड में समझौता करने का दवाब बनाया और जान से मारने की धमकी दी। इसी दहशत में रणबीर के परिवार जिवाना गांव से पलायन कर दिया। पुलिस जांच कर रही है।
बागपत, जागरण संवाददाता। बागपत में हुए रणबीर हत्याकांड में जिला कारागार में बंद हिस्ट्रीशीटर ने मामले में समझौता नहीं करने पर परिवार वालों को हत्या की धमकी दी है। इससे दहशतजदा परिवार जिवाना गांव से पलायन कर हरियाणा चला गया है। दस जून 2021 को जिवाना गांव में खेत में डोल को लेकर हुए विवाद में अनुसूचित जाति के किसान रणबीर की उसके पड़ोसी राजकुमार व उसके बेटे विशु ने गांव के ही हिस्ट्रीशीटर मयंक के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। रणबीर के भाई राहुल ने तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
लगातार दबाव
राहुल ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर ने उनके पास समझौता करने के लिए कई लोगों को भेजा। समझौता नहीं करने पर परिवार वालों की हत्या की धमकी दी। उन पर लगातार जिला कारागार से ही समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था। इसकी शिकायत कई बार पुलिस थाना और अधिकारियों से की लेकिन कार्रवाई हुई और न उन्हें सुरक्षा मिल सकी। एक पखवाड़ा पहले रात में उनके घर के पास कुछ लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी।
हरियाणा के लिए रवाना
इस दहशत में उन्होंने घर से भी निकलना बंद कर दिया। इसी डर के चलते गुरुवार को रणबीर की मां इलमो, भाई राहुल, अरुण, पुरुषोत्तम व रणबीर की पत्नी कुंतलेश और उसके तीन छोटे बेटे घर का सामान टेंपो में भरकर पानीपत, (हरियाणा) चले गए। ग्राम प्रधान अरुणा के पति अशोक ने बताया कि रणवीर के परिवार ने किसी के धमकी देने की बात उनसे साझा नहीं की। परिवार को वापस गांव में लाने का प्रयास किया जाएगा।
इनका कहना है
तीनों हत्यारोपित जेल में हैं। पीडि़त परिवार ने धमकी की जानकारी पुलिस को नहीं दी है। परिवार के पास जमीन नहीं है। हो सकता है वे कहीं काम -धंधा करने चले गए हों, लेकिन उन्होंने गांव से पलायन नहीं किया है। जांच कराई जा रही है।
- अभिषेक सिंह, एसपी
गांव छोड़ते वक्त दुखी था परिवार
रमाला : रणवीर के परिवार के पलायन के दौरान मां इलमो फूट-फूटकर रो रही थी और हाथ जोड़कर कर रही थी कि यदि वह गांव में रहेंगे तो बेटे रणबीर की तरह परिवार के दूसरे सदस्यों की भी हत्या हो जाएगी। इसलिए मजबूरी में उन्हें गांव छोडऩा पड़ रहा है। यह भी मांग कर रही थी कि बेटे के हत्यारोपितों को सजा अवश्य मिले। रणबीर का छोटा बेटा भी दादी को देखकर रो रहा था। घर छोड़ते समय परिवार का हर सदस्य दुखी था। वह अपने साथ पशु भी ले गए हैं और खाली घर पर ताला लगा दिया है।