यूपी पंचायत चुनाव : दो चरण के चुनाव में खपा दी 50 लाख की नकली शराब, अब जाकर दर्ज हुआ मुकदमा
हापुड़ की सिंभावली डिस्टलरी और अलीगढ़ के अतरौली की वेव डिस्टलरी की नकली शराब तैयार कर मेरठ समेत आसपास के जनपदों में सप्लाई की गई। अब तक 50 लाख की शराब सप्लाई हो चुकी है जो पंचायत चुनाव में खपाई गई।
मेरठ, जेएनएन। हापुड़ की सिंभावली डिस्टलरी और अलीगढ़ के अतरौली की वेव डिस्टलरी की नकली शराब तैयार कर मेरठ समेत आसपास के जनपदों में सप्लाई की गई। अब तक 50 लाख की शराब सप्लाई हो चुकी है, जो पंचायत चुनाव में खपाई गई। चुनाव तीसरे चरण में पहुंच चुका है, तब जाकर पुलिस को मामले की जानकारी मिली। यह कार्रवाई भी क्राइम ब्रांच के इनपुट पर हुई है। इससे भावनपुर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। इसकी जांच के आदेश भी दिए गए। साथ ही एसएसपी ने गुडवर्क करने वाली टीम को 20 हजार का इनाम दिया है।
प्रत्याशी भी कर रहे थे शराब की तस्करी: प्रत्याशियों ने पहले अपने लिए शराब खरीदी। उसके बाद अन्य प्रत्याशियों को भी सप्लाई देनी शुरू कर दी। मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरने के साथ-साथ शराब की तस्करी करने लगे थे। पकड़े गए प्रत्याशियों ने बताया कि अपना खर्च पूरा करने के लिए शराब सप्लाई की।
‘सवर्ण संरक्षण सभा मंडल अध्यक्ष’ लिखी कार से दी जा रही थी सप्लाई: स्याल गांव से शराब की सप्लाई ‘सवर्ण संरक्षण सभा मंडल अध्यक्ष’ लिखी स्विफ्ट से दी जा रही थी। आसपास के कुछ गांवों को बाइक से कवर किया जा रहा था। हर रोज मोबाइल पर आर्डर मिलने के बाद शराब पहुंचा दी जाती थी। मुजफ्फरनगर और बागपत में भी बड़े पैमाने पर शराब की सप्लाई दे चुके हैं। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों पर रासुका की कार्रवाई भी की जाएगी।
अजीत और प्रेमपाल पहले भी जा चुके जेल
पकड़े गए आरोपित अजीत और प्रेमपाल को पुलिस पहले भी शराब की तस्करी में जेल भेज चुकी है। उसके बाद भी भावनपुर पुलिस ने दोनों की निगरानी नहीं की। दोनों पिछले 15 दिन से शराब बनाकर सप्लाई कर रहे थे। जिस तरह से शराब बनाई जा रही थी, साफ है कि बड़ा हादसा हो सकता था।