UP Panchayat Chunav: परिवहन मंत्री के पिता ने रचा इतिहास, निर्विरोध 'बने' गांव के प्रधान
ग्राम प्रधानी के लिए पूरे प्रदेश में जारी गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच हीमपुर पृथ्या गांव के लोगों ने शानदार मिसाल पेश की है। गांव वाले सर्वसम्मति से परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के पिता रुमाल सिंह को निर्विरोध प्रधान चुनने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं।
[कपिल कुमार], बिजनौर। ग्राम प्रधानी के लिए पूरे प्रदेश में जारी गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच हीमपुर पृथ्या गांव के लोगों ने शानदार मिसाल पेश की है। गांव वाले सर्वसम्मति से परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के पिता रुमाल सिंह को निर्विरोध प्रधान चुनने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं। गुरुवार को नामांकन का अंतिम दिन था। रुमाल सिंह ने पर्चा भरा लेकिन उनके सामने कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरा। अकेला पर्चा रहने के कारण उनका ग्राम प्रधान बनना तय है। हालांकि इसकी घोषणा आवश्यक कार्यवाही के बाद की जाएगी। गांव के इतिहास में इस तरह का यह पहला मौका है।
गुरुवार को हीमपुर पृथ्या गांव में चौपाल पर पंचायत हुई, जिसमें ग्राम प्रधान पद पर रुमाल सिंह को निर्विरोध चुनने पर सहमति बनी। नामांकन के अंतिम दिन रुमाल सिंह ने ब्लाक कार्यालय पहुंचकर नामांकन किया। उनके सामने किसी ने पर्चा नहीं भरा। गौरतलब है कि रुमाल सिंह प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के पिता हैं। मंत्री की गैर मौजूदगी में रुमाल सिंह ही जनता की समस्या सुनकर समाधान कराते हैं। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सदस्यों का भी सर्वसम्मति के आधार पर चुनाव कर लिया। उनके नामांकन भी कराए गए हैं। उनके सामने किसी प्रत्याशी ने पर्चा नहीं भरा है।
साधारण किसान हैं रुमाल सिंह : छात्र राजनीति के जरिए प्रदेश की शीर्ष सियासत तक चमके अशोक कटारिया सामान्य परिवार से हैं। पिता रुमाल सिंह किसान हैं। रुमाल सिंह कहते हैं कि वह जनता की सेवा करते हैं। यह जिम्मेदारी गांव वालों ने दी है। वह गांव वालों की कसौटी पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
नूरपुर ब्लाक रिटर्निग आफिसर पीपी गौतम ने कहा- हीमपुर पृथ्या गांव में रुमाल सिंह का अकेला नामांकन-पत्र भरा गया है। इनके साथ ही दस ग्राम पंचायत सदस्यों के सामने भी किसी प्रत्याशी ने पर्चा नहीं भरा है। इनका निर्विरोध चुना जाना तय है।