UP School Reopen News: कोविड प्रोटोकाल की सुरक्षा में ही चलेंगे स्कूल, अभिभावकों से ली जा रही सहमति
प्रदेश सरकार की ओर से स्वतंत्रता दिवस के दिन से स्कूलों में बच्चों को बुलाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। इसमें कक्षा नौवीं से 12वीं तक के बच्चों को ही स्कूल बुलाने को कहा गया है। स्कूलों को दो पाली में संचालन के निर्देश दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। प्रदेश सरकार की ओर से स्वतंत्रता दिवस के दिन से स्कूलों में बच्चों को बुलाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। इसमें कक्षा नौवीं से 12वीं तक के बच्चों को ही स्कूल बुलाने को कहा गया है। स्कूलों को दो पाली में संचालन के निर्देश दिए गए हैं जिसका हर तरह से विरोध किया जा रहा है। पाली के संचालन को छोड़कर स्कूलों ने कोविड प्रोटोकाल के अंतर्गत स्कूलों में तैयारी शुरू कर दी है। सबसे पहले अभिभावकों की सहमति ली जा रही है जिसके अनुरूप स्कूल अन्य तैयारियों को अंजाम देंगे।
मुश्किल होगा बच्चों को घर से निकालना
स्कूलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती अब बच्चों को घर से निकालकर स्कूल तक लाने की है। लंबे समय से चल रही आनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था अब काफी हद तक सुचारू व सुगम हो चुकी है। बच्चे घर में रहकर पढ़ने के आदी भी हो गए हैं। अभिभावकों की दिनचर्या से भी बच्चों को निजी वाहन से स्कूल छोड़ना या स्कूल जाने के पहले घर में जरूरी तैयारियों के प्रति उदासीनता आ चुकी है। एक ओर जहां बच्चे खुद घर से निकलने को तैयार नहीं हैं वहीं अभिभावकों के लिए भी बदल चुकी दिनचर्या को पठरी पर लाने में मशक्कत करनी होगी। इसमें समय लगेगा।
अभिभावकों से बातचीत की है शुरू
केएल इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल सुधांशु शेखर के अनुसार स्कूल क्लास टीचर व कोआर्डिनेटर्स को अभिभावकों से बातचीत कर सहमति लेने को कहा गया है। अभिभावकों का सहयोग स्कूल संचालन में बहुत जरूरी है। जितने अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार होंगे उसी के अनुरूप बच्चों को स्कूल में बुलाने और पढ़ाने की तैयारी होगी। उतने ही बच्चों के लिए स्कूल बस सेवाओं को शुरू किया जा सकता है।
सहोदय बैठक में पाली पर निर्णय
मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स के सचिव राहुल केसरवानी के अनुसार दो पालियों में स्कूल चलाने पर शिक्षकों व कर्मचारियों को नौ से 10 घंटे लगातार काम करना होगा। जो सामान्य तौर पर करीब सात घंटे अधिकतम होता है। ऐसे में हर किसी पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा। इन ¨बदुओं पर चर्चा के लिए 10 या 11 अगस्त को सहोदय की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।