मेरठ परिक्षेत्र में ढाई लाख ने छोड़ी परीक्षा

जागरण संवाददाता, मेरठ : यूपी बोर्ड वर्ष 2018 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Feb 2018 09:02 PM (IST) Updated:Fri, 09 Feb 2018 09:02 PM (IST)
मेरठ परिक्षेत्र में ढाई लाख ने छोड़ी परीक्षा
मेरठ परिक्षेत्र में ढाई लाख ने छोड़ी परीक्षा

जागरण संवाददाता, मेरठ : यूपी बोर्ड वर्ष 2018 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में इस साल 13,30,143 परीक्षार्थी अंतिम रूप से पंजीकृत हुए। इनमें हाईस्कूल के 7,09,178 और इंटरमीडिएट में 6,20,965 छात्र-छात्राएं हैं। परीक्षा शुरू होने से अब तक परिक्षेत्र के अंतर्गत आगरा, अलीगढ़, मेरठ व सहारनपुर मंडलों के 17 जिलों में ढाई लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है। इनमें प्राइवेट व रेगुलर दोनों तरह के परीक्षार्थी हैं। अब परिक्षेत्र में बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या करीब 11 लाख 70 हजार हो गई है। इससे पहले भी परिषद की ओर से विभिन्न कारणों से 1,54,347 आवेदन रद किए जा चुके हैं। इनमें हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 1,22,442 रेगुलर और 31,905 प्राइवेट परीक्षार्थी थे। इस तरह वर्ष 2018 की बोर्ड परीक्षा में अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके हैं।

4823 ने छोड़ा अंग्रेजी का पेपर

मेरठ जिले में शुक्रवार को यूपी बोर्ड 10वीं के 4823 छात्र-छात्राओं ने अंग्रेजी की परीक्षा छोड़ दी। जबकि मंडल में करीब 11,502 छात्र-छात्राएं परीक्षा में अनुपस्थित रहे। मेरठ परिक्षेत्र कार्यालय के अंतर्गत शुक्रवार तक हुई परीक्षाओं में कुल 147 नकलची पकड़े जा चुके हैं। इनमें से 90 नकलची शुक्रवार को ही पकड़े गए हैं।

गड़बड़ मिले सीसीटीवी कैमरे

बोर्ड परीक्षा सचल दस्तों ने कुछ परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे सुचारु रूप से न चलने की रिपोर्ट की है। इनमें एनएएस इंटर कालेज, हॉवर्ड प्लेस्टेड ग‌र्ल्स इंटर कालेज, गांधी स्मारक इंटर कालेज दबथुआ आदि शामिल हैं। वहीं कृषक इंटर कालेज मवाना में बच्चों को कैमरे की ओर पीठ करके बिठाया गया था।

योग्यता छिपाकर लगाए गए कक्ष निरीक्षक

बोर्ड परीक्षा में नकल के सारे रास्ते बंद हो गए तो कक्ष निरीक्षकों की योग्यता छिपाकर कक्ष निरीक्षक बनाया गया है। जेडी दिव्यकांत शुक्ल ने बागपत में बृहद इंटर कालेज छपरौली में नियुक्त कक्ष निरीक्षकों की जांच में शिक्षकों को किसी भी विद्यालय में कार्यरत शिक्षक नहीं पाया है। मामले की जांच में पता चला कि जिविनि बागपत कार्यालय के बाबू योगेंद्र कुमार ने अपने ही हस्ताक्षर से 15 शिक्षकों की ड्यूटी लगवा दी थी। तीन पकड़े गए हैं अन्य की तलाश की जा रही है। वहीं श्रीराम आदर्श इंटर कालेज बड़ौत बागपत में नियुक्त कुछ कक्ष निरीक्षकों की मूल योग्यता छिपाकर पहचान पत्र दूसरे विषय की बनाई गई है। जेडी ने ऐसे 20 कक्ष निरीक्षकों के नियुक्ति पत्र और शैक्षणिक प्रपत्र की मांग की है। वहीं दूसरी ओर सरस्वती इंटर कालेज मेरठ की जांच में प्रधानाचार्य को सभी कागजात मुहैया कराने को कहा गया है। जांच में मदद न करने पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

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