UP Bakra Eid 2021: मेरठ में बाइक स्टंट रोकने को लगेंगे आठ पुलिस बैरियर, ईदगाह में नहीं होगी नमाज
UP Bakra Eid 2021 बकरीद पर सुरक्षा के मद्देनजर जनपद को चौदह जोन और 31 सेक्टर में बांट दिया गया है। प्रत्येक जोन की जिम्मेदारी सीओ और एसडीएम को सौंपी गई है जबकि सेक्टर पर थाना प्रभारी को लगा दिया गया है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। बकरीद पर सुरक्षा के मद्देनजर जनपद को चौदह जोन और 31 सेक्टर में बांट दिया गया है। प्रत्येक जोन की जिम्मेदारी सीओ और एसडीएम को सौंपी गई है, जबकि सेक्टर पर थाना प्रभारी को लगा दिया गया है। स्टंट रोकने के लिए भी बड़ी प्लानिंग की गई है। शहर में आठ प्वाइंट पर बैरियर लगाए जाएंगे ताकि बाइक सवार स्टंट न कर सकें। स्टंट करने वालों की बाइक सीज कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
बकरीद को लेकर पुलिसकíमयों का ड्यूटी चार्ट भी जारी कर दिया गया है। संवेदनशील प्वाइंटों पर आरएएफ और पीएसी की तीन कंपनी लगा भी दी गई हैं। हापुड़ अड्डा, भूमिया पुल, जाकिर कालोनी और भूसा मंडी पर आरएएफ और पीएसी के साथ अतिरिक्त पुलिस लगा दी गई है। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि किसी को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। इसबार भी बकरीद पर ऊंट की कटान नहीं करने दिया जाएगा। साथ ही शहर के अंदर जोनल चेकिंग और पुलिस पिकेट चेकिंग कराई जाएगी। स्टंट करने वाले बाइक सवार को हर मूवमेंट पर घेरा जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी का कहना है कि बकरीद पर पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं। जनपद को चौदह जोन और 31 सेक्टर में बांट दिया है। बार्डर चेकिंग स्कीम लागू कर दी है।
मस्जिदों में शारीरिक दूरी के साथ होगी नमाज
एडीएम सिटी अजय तिवारी ने बताया कि ईदगाह में नमाज की अनुमति नहीं दी गई है। नमाज मस्जिदों में ही होगी लेकिन शारीरिक दूरी को सुनिश्चित करके। धर्मस्थल में एक समय में अधिकतम 50 लोगों को ही अनुमति है। लेकिन यह संख्या मस्जिद के क्षेत्रफल पर निर्भर करेगी।
ईदगाह में नहीं होगी बकरीद की नमाज
ईद उल अजहा का पर्व 21 जुलाई को है। शहर काजी जैनुस साजिदीन ने कहा कि किसी भी ईदगाह में नमाज नहीं अदा की जाएगी। मस्जिदों में उनमें उपलब्ध स्थान के मुताबिक अधिकतम 50 लोग शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए नमाज अदा कर सकेंगे। बकरीद पर दो रकत नमाज और कुर्बानी अहम काम होते हैं। कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने ईदगाह में नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी है। शहर काजी ने कहा कि कुर्बानी के बाद पशु अवशेषों को इधर उधर न फेंकें। ऐसा कार्य न करें जिससे दूसरे मजहब के लोगों को परेशानी हो। उन्होंने बताया कि शाही जामा मस्जिद में ईद की नमाज सुबह 7.30 बजे होगी। नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन ने कहा कि कुर्बानी खुले स्थानों में न करें। बड़े जानवरों की कुर्बानी घरों में या घेर में करें। कुर्बानी के बाद खालों को मदरसों को दान कर देना चाहिए। मौलाना मशहूद उर रहमान शाहीन जमाली चतुर्वेदी ने कहा कि कुर्बानी पैगंबर हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। अल्लाह को राजी करने के लिए कुर्बानी करनी चाहिए मगर कुर्बानी ऐसे करनी चाहिए ताकि दूसरे धर्मो के लोगों की आस्था पर चोट न पहुंचे। पर्व को आपसी भाईचारे से मनाएं।