UP Assembly Election 2022: दो माह में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत पूरी भाजपा मेरठ से होकर निकली, आज आ रहे डीप्‍टी सीएम

विधानसभा चुनाव में छह माह से कम समय है। इस बीच अखिलेश और मायावती ने जहां पश्चिमी उप्र में एक भी दौरा नहीं किया वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मई माह में मेरठ दौरे के बाद भाजपाई दिग्गज लगातार चुनावी रणनीति को धार देने पश्चिम उप्र को मथ रहे हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 09:29 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 09:29 AM (IST)
UP Assembly Election 2022: दो माह में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत पूरी भाजपा मेरठ से होकर निकली, आज आ रहे डीप्‍टी सीएम
मेरठ में दो माह में सीएम समेत भाजपा के दिग्‍गज आए।

मेरठ, (संतोष शुक्ल)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 मई को मेरठ आए। इसके बाद दो माह के अंदर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा का दौरा हुआ। भाजपा का चुनावी एजेंडा बिल्कुल साफ है। अब डिप्टी सीएम केशव मौर्य मेरठ में बड़ा राजनीतिक संदेश देंगे। 2022 विस चुनावों से पहले पार्टी पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है।

दो माह में मेरठ में पूरी भाजपा: विधानसभा चुनाव में छह माह से कम समय है। इस बीच अखिलेश और मायावती ने जहां पश्चिमी उप्र में एक भी दौरा नहीं किया, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मई माह में मेरठ दौरे के बाद भाजपाई दिग्गज लगातार चुनावी रणनीति को धार देने पश्चिम उप्र को मथ रहे हैं। मई में कोविड के भयावह प्रकोप के बीच सीएम योगी के दौरे ने भाजपाइयों में जान फूंक दी। उसके बाद प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने मेरठ में संगठन के साथ बैठककर पार्टी को रीचार्ज किया।

मृतकों के घर पहुंचे थे स्वतंत्र: सात जून को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रामपुर से मुजफ्फरनगर तक कोरोना मृतकों के घर पहुंचकर भावनात्मक तार जोड़ा। वहीं, 28-29 जून को प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने मेरठ में डेरा डाला, और पश्चिमी उप्र का मिजाज परखा। इसके बाद प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने 19 जुलाई को मेरठ में विकास योजनाओं की समीक्षा की। पंचायत चुनावों में मेहनत करने वालों से मुलाकात कर संगठन का मनोबल बढ़ाया।

महंत से मिलेंगे सीएम, संदेश ब्राह्मण सियासत का है

डिप्टी सीएम केशव मौर्य 25 जुलाई को जिले को मथेंगे। वह विकास योजनाओं की नब्ज टटोलने के साथ ही संगठन की धार भी तेज करेंगे। पश्चिमी उप्र में ओबीसी वोटों की संख्या ज्यादा है, लिहाजा केशव मौर्य के दौरे को नए राजनीतिक समीकरण से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इससे पहले वह मुरादाबाद का दौरा कर चुके हैं और सहारनपुर से वचरुअल बैठक के जरिए जुड़े। मेरठ में केशव मौर्य सरधना स्थित एक धार्मिक पीठ पहुंचेंगे, जिसे मायावती के ब्राह्मण की काट के रूप में देखा जा रहा है। 

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