यूपी : मेरठ में सेना के जवान निकले लुटेरे, एक गिरफ्तार, मौज मस्‍ती के लिए करते थे वारदात

यह बात चौंकाने वाली हो सकती है। लूट के मामले में सदर बाजार पुलिस ने सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है जबकि उसका साथी फरार है। आरोपितों ने सदर क्षेत्र के साथ ही नौचंदी में भी वारदात करना कुबूल किया है। पूछताछ की जा रही है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:10 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:27 AM (IST)
यूपी : मेरठ में सेना के जवान निकले लुटेरे, एक गिरफ्तार, मौज मस्‍ती के लिए करते थे वारदात
सदर बाजार और नौचंदी क्षेत्र में की थी वारदातें, सेना के अफसरों ने थाने पहुंचकर की पूछताछ।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में लूट के मामले में सदर बाजार पुलिस ने सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका साथी फरार है। आरोपितों ने सदर क्षेत्र के साथ ही नौचंदी में भी वारदात करना कुबूल किया है। पकड़े गए आरोपित से सेना के अफसरों ने भी थाने पहुंचकर पूछताछ की। आरोपित के पास से लूटी गई चेन और वारदात में शामिल बुलेट भी बरामद हो गई है। यह चौंकाने वाला मामला है।

बदमाश ने बताया वह सेना में है जवान

सदर बाजार थाना क्षेत्र के वेस्ट एंड रोड निवासी युवती पिछले दिनों बालाजी धाम मंदिर से पैदल घर जा रही थी। देर शाम वेस्ट एंड रोड के पास ही बुलेट सवार दो बदमाशों ने उससे चेन लूट ली थी। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। सीसीटीवी और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मंगलवार को सरधना निवासी आकाश को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह सेना में जवान है। उसकी तैनाती जम्मू में है। फिलहाल वह छुट्टी पर आया हुआ। बताया कि उसके साथ क्षेत्र का ही सनी भी था, वह भी सेना में जवान है। उसकी तैनाती हैदराबाद में बताई जा रही है।

लूट की चेन और बुलेट बरामद

आरोपित के पास से लूटी गई चेन और बुलेट भी बरामद हो गई है। एएसपी कैंट सूरज राय ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने बताया कि सदर के साथ ही उन्होंने नौचंदी क्षेत्र में भी लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वहीं, रात में सेना के अफसर भी सदर बाजार थाने पहुंचे और आरोपित के बारे में जानकारी ली। उधर, एक आरोपित के पूर्व में कमांडो होने की भी बात कही जा रही है।

मौज-मस्ती और शराब पार्टी बनी वजह

पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपित छुट्टी लेकर घर आए हुए थे। मौज-मस्ती के साथ ही शराब पार्टी की उनको लत थी। इसके चलते ही वह जरायम की राह पर चल पड़े। पुलिस ने आरोपितों को पकडऩे के लिए सौ से ज्यादा कैमरों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसके अलावा 50 से ज्यादा बुलेट की तस्दीक की, जिन पर आर्मी लिखा हुआ था। तब कहीं जाकर आरोपित हाथ आए।

पकड़े जाने का डर नहीं, कार्ड साथ रहता था

पूछताछ में आरोपित ने बताया कि लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद वह आसानी से फरार हो जाते थे। उनको पकड़े जाने का भी डर नहीं होता था, क्योंकि सेना का कार्ड उनके पास हर वक्त होता था। कहीं फंसने पर उसे तुरंत दिखाने की बात ध्यान में रखते थे। साथ ही वारदात के बाद जल्द से जल्द कैंट क्षेत्र में पहुंचने का भी ख्याल रखा जाता था।

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