अनसुनी की चेतावनी.. किसानों ने जोत डाली जमीन

जागृति विहार एक्सटेंशन में मंगलवार को किसानों ने सैकड़ों वर्ग मीटर भूमि पर जुताई करके बुवाई शुरू कर दी। किसान भूखंडों और स्कूल और संस्थाओं के लिए आरक्षित भूमि पर बेधड़क होकर ट्रैक्टर चलाते रहे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 09:03 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 09:03 AM (IST)
अनसुनी की चेतावनी.. किसानों ने जोत डाली जमीन
अनसुनी की चेतावनी.. किसानों ने जोत डाली जमीन

मेरठ, जेएनएन। जागृति विहार एक्सटेंशन में मंगलवार को किसानों ने सैकड़ों वर्ग मीटर भूमि पर जुताई करके बुवाई शुरू कर दी। किसान भूखंडों और स्कूल और संस्थाओं के लिए आरक्षित भूमि पर बेधड़क होकर ट्रैक्टर चलाते रहे। मौके पर न तो आवास विकास परिषद का कोई अधिकारी पहुंचा, न ही प्रशासन के अफसरों ने सुध ली। किसानों ने योजना के सेक्टर पांच, तीन, दो और एक में जुताई की। यहां तक कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित किए गए फ्लैटों के सामने भी जुताई कर दी। किसानों का कहना है कि दो माह पूर्व अधिकारियों ने उनसे एक माह के अंदर मागों को पूरी करने का आश्वासन दिया था, जो अब तक पूरी नहीं की गई। अर्जित भूमि पर किसान संगठन के बैनर तले काजीपुर और सरायकाजी के किसान पिछले साढ़े तीन माह से धरना दे रहे हैं। संगठन के महामंत्री भारत भड़ाना ने बताया कि मंगलवार को भूमि पर जुताई करने संबंधी सूचना भी एक सप्ताह पहले प्रशासन को दी गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

मंगलवार की सुबह से किसान धरना स्थल पर जुटने शुरू हो गए थे। किसानों ने 12.30 बजे तक अधिकारियों का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। जिसके बाद किसानों ने परिषद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ट्रैक्टर से जुताई शुरू कर दी। 12 ट्रैक्टरों से योजना के सेक्टरों में जुताई कर सरसों की बुवाई की। सेक्टर तीन और पांच में जहां किसानों ने जुताई की वहां अ‌र्द्धनिर्मित मकान बने हैं और सैकड़ों आवंटियों के प्लाट हैं। इसके साथ स्कूल और व्यावसायिक कांप्लेक्सों के लिए परिषद ने भूमि आरक्षित की है। जिसमें कई बड़े भूखंड बेचे भी जा चुके हैं। किसानों ने सेक्टर दो में जहां पर 200 से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट निर्मित किए हैं और उनका आवंटन कर दिया है, वहां भी किसानों ने जुताई कर दी। आवास विकास परिषद के अधिकारी नहीं पहुंचे

आवास विकास परिषद के उच्च अधिकारियों ने यह भी सुध नहीं ली कि अगर योजना में निर्मित सड़क और अन्य निर्माण की कोई क्षति तो नहीं हो रही है। परिषद के शास्त्रीनगर स्थित कार्यालय में न ही उप आवास आयुक्त और न ही अधीक्षण अभियंता मौजूद रहे। किसान संगठन के अध्यक्ष हुकुम सिंह, भारत भड़ाना, तुलसीदास, संदीप भड़ाना, महीपाल, विक्रम, अशोक, विनोद आदि मौजूद रहे। यह है मांग

काजीपुर और सराय काजी के किसान 660 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से अतिरिक्त प्रतिकार की माग कर रहे हैं। उनका कहना है कि घोसीपुर और सरायकाजी को अतिरिक्त प्रतिकर दिया गया है। किसानों के विरोध के चलते योजना में विकास कार्य बंद पड़ा है। जिन लोगों को मकान और भूखंड आवंटित किए गए थे, वह भी अपने घर का निर्माण नहीं करा पा रहे हैं। सैकड़ों आवंटियों के करोड़ों रुपये फंसे

जागृति विहार एक्सटेंशन लगभग 600 एकड़ के भूभाग में आवासीय योजना बनाई जा रही है। वर्ष 2011 से योजना में काम चल रहा है। यहां लगभग 2000 फ्लैट निर्मित हैं और 700 लोगों को भूखंड और मकान आवंटित किए जा चुके हैं। परिषद के ढुलमुल रवैये के चलते आधे से अधिक फ्लैट खाली पड़े हैं। विगत तीन साल के अंतराल में जिन लोगों को भूखंड और मकान आवंटित किए गए थे, उनमें से अधिकाश लोगों को अभी तक वास्तविक रूप में कब्जा नहीं मिल पाया है। धरनास्थल पर बना खाना

किसानों ने धरना स्थल पर खाना बनाने का इंतजाम किया था। जुताई के बाद किसानों ने ताहरी का भोजन किया। इस दौरान महिलाएं भी मौजूद रहीं।

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